
सावधान! कोटा-झांसी फोर लाइन पर कभी भी आपके ऊपर गिर सकता है पहाड़
पहाड़ के पत्थर हाइवे पर आक्र गिरने से बाल-बाल बचे बाइक सवार, एक साइड हो गई थी बंद
शिवपुरी जिले से गुजरे कोटा-झांसी फोरलेन पर इन दिनों खतरा मंडरा रहा है। यह खतरा अमोला पुल।से पहले काटे गए पहाड़ों के बीच बना हुआ है। शनिवार को पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर हाइवे पर आ गिरा, जिसमें बाइक सवार बाल-बाल बच गए। साथ हो यह हाइवे एक साइड से बंद ही हो गया। देर रात तक सड़क पर लगे पत्थरों के ढेर को हटवाकर हाइवे क्लीयर किया जा सका।
जिस तरह से उत्तराखंड में भूस्खलन होने से गंभीर सड़क हादसे और रस्ते बंद हो जाते हैं, ठीक वैसा हो नजारा शनिवार को कोटा-झांसी फोरलेन पर अमोला पुल के पास नजर आया। जिस जगह पर पहाड़ को काटकर हाइवे बनाया गया है, वहां पर शनिवार की शाम को पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर सड़क पा आ गिरा। यह अब इतनी जल्दी और अचानक हुआ कि उस दौरान उस सड़क से निकल रहे बाइक सवारों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई। यह तो शुक्र है कि उस समय कोई कार जैसा छोटा चारपहिया वाहन नहीं गुजर रहा था, अन्यथा जानमाल का नुकसान होना तय था।
गौरतलब है कि पिछले दिनों में हो रही लगातार बारिश के बीच इस हाइवे पर पहाड़ों के बीच से झरने फूट पड़े थे। इन झरनों में यहां से गुजरने वाले लोग ना केवल नहा रहे थे, बल्कि पहाड़ों के अंदर से नजर आ रहे शुद्ध पानी को लोग पी भी रहे थे। पहाड़ों के अंदर पानी का रिसाव होने की वजह से पत्थर कमजोर हो गए, और शनिवार को भरभरा कर हाइवे पर आ गिरे, जिससे हाइवे की एक साइड पूरी तरह से बंद हो गई थी। सूचना मिलने पर एनएचएआई प्रबंधन ने सड़क पर लगे पत्थरों के ढेर को हटवाकर आवागमन शुरू करवाया।
बोले पीढ़ी: काफी समय बाद ऐसा हुआ
अमोला पुल के पहाड़ से पत्थर गिरने की यह घटना काफी समय बाद फिर से हुई है। पहले तो हमने उसे साफ करवाकर आवागमन शुरू करवाया। अब यह पता करवा रहे हैं कि ऐसा क्यों हुआ, तथा इस पर कैसे रोक लगाई जा सकती है।
प्रशांत मीणा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई

हाइवे पर कुछ इस तरह गिरा पहाड़







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