
राधारानी सत्संग की जमीन से कब्जा हटवाने आए देवास व उज्जैन से पटवारी, शिवपुरी की टीम भी रही साथ
शिवपुरी के भूमाफिया ने कर लिया था कब्जा, राजधानी से आया था फरमान, हुई जमीन की जांच
शिवपुरी। शिवपुरी-ग्वालियर रोड पर बालाजी धाम के आगे हाइवे किनारे राधारानी सत्संग की जमीन है, जिस पर शहर के कुछ भूमाफिया ने कब्जा कर।लिया था। जिसे हटवाने के लिए देवास और उज्जैन से आई गाड़ियों में सवार पटवारी व अन्य राजस्व के लोगों ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर जमीन की नापतौल करवाई।
गौरतलब है कि शिवपुरी शहर को भूमाफिया निगल गए, और अब उनकी नजर हाइवे किनारे धार्मिक संस्थाओं की जमीनों पर पड़ चुकी है। बीते शुक्रवार को देवास और उज्जैन से आई टीमों ने शिवपुरी के राजस्व अधिकारी-कर्मच के साथ मिलकर हाइवे किनारे स्थित राधारानी सत्संग की जमीन का सीमांकन किया। सूत्रों का कहना है कि उक्त जमीन पर एक तरफ सिंकी सांखला ने कब्जा कर लिया था, जबकि फ्रंट का कुछ हिस्सा रिटायर्ड टीआई तोमर कब्जा करने की तैयारी कर रहे थे।
देवास और उज्जैन से आई राजस्व टीम में इस संस्था से जुड़े हुए हैं, जो अपनी जमीन का सीमांकन करवाने आए थे।
सूत्रों का कहना है कि संस्था की जमीन के कुछ हिस्से पर सिंकी सांखला का कब्जा था, जिसे सीमांकन के बाद हटवाकर पीछे किया है। वहीं रिटायर्ड टीआई के सामने रेलवे की पुरानी लाइन की जमीन है, जिसके पास ही राधारानी सत्संग की जमीन भी निकली है, जिसका सीमांकन किया गया। सीमांकन कार्य पूरा करवाने के बाद ही देवास और उज्जैन से आई टीमें वापस गई। इस दौरान संस्था की जमीन पर ही भंडारा किया गया, क्योंकि राजस्व टीम सहित कब्जाधारियों को भी अधिक समय तक रुकना पड़ा था।
बोले तहसीलदार: दोनों एक दूसरे में घुस गए थे
सीमांकन में यह सामने आया कि कुछ जगह संस्था की जमीन में सांखला घुस आए, तो दूसरी साइड सांखला की जमीन में संस्था घुस गई। वीडियो रिकॉर्डों के बीच सीमांकन कार्य किया गया है।
सिद्धार्थ शर्मा, तहसीलदार शिवपुरी

जमीन की नापतौल करने वाला राजस्व अमला







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