
हो जाता केंद्रीय मंत्री के आदेश का पालन, तो बच जाती 2 साल के मासूम की जान करेरा में महुआर नदी किनारे कच्चे घर में रहने वाले मजदूर के मासूम बेटे का शव पुलिया में मिला
शिवपुरी। जिले के करेरा नगर से निकली महूअर नदी की पुलिया में शुक्रवार को दो साल के मासूम बालक का शव झाड़ियों में फंसा मिला। यह बालक गुरुवार को घर के बाहर खेलते समय ही गायब हो गया था। बालक के पिता मजदूरी करते हैं, और नदी किनारे कच्चे घर में परिवार सहित निवास करते हैं। यदि केंद्रीय मंत्री के आदेश पर अम्ल हो जाता, तो मासूम की जान नहीं जाती।
जिले में 4 साल पहले जब बाढ़ आई थी, तब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तत्कालीन जल संसाधन मंत्री के साथ बैठक कर यह निर्देश दिए थे कि डूब क्षेत्र के अलावा नदी-नालों के किनारे रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जाए।
इसके विपरीत करेरा की महुअर नदी किनारे कच्चा घर बनाकर धर्मेंद्र वंशकार अपने परिवार सहित निवास के रहा है। तीन बहन-भाई में सबसे छोटा देव वंशकार (2) गुरुवार की सुबह घर के बाहर खेल रहा था, और एकाएक गायब हो गया। परजिनों ने उसकी तलाश भी की, लेकिन जब वो नहीं मिला, तो पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। शुक्रवार की सुबह धर्मेंद्र के घर से आधा किमी दूर पुलिया की झाड़ियों में देव का शव फंसा मिला। बालक का शव मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि बरसात के मौसम में उफनने वाली नदियों के किनारे आज भी मजदूर परिवार निवास कर रहे हैं, और जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि मूक दर्शक बने हुए हैं।
पुलिया में फंसी बालक की लाश देखते स्थानीय लोग
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