
शिवपुरी। करेरा,शिवपुरी के लोकप्रिय गीतकार,शायर सुभाष पाठक ‘ज़िया’ की छठवीं पुस्तक ‘सभी मौसम है तुझमें ज़िंदगी का’ लोकार्पण चित्रनगरी संवाद गोरेगाँव मुम्बई में वरिष्ठ कवि घनश्याम अग्रवाल, सुभाष काबरा, सिने गीतकार देवमणि पांडेय और संगीतकार अश्वनी कुमार के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
तत्पश्चात पुस्तक परिचर्चा में पुस्तक पर चर्चा करते हुए देवमणि पाण्डेय ने कहा इन गीतों में ज़िंदगी के वे सभी रंग सांस लेते हैं जो हमारे आसपास के माहौल को ख़ुशगवार बनाते हैं। मानव मन की कोमल अनुभूतियों के साथ ही ‘ज़िया’ ने प्रकृति, पर्यावरण और लोक जीवन की सुखद स्मृतियों का चित्रण भी तल्लीनता के साथ किया है। इसलिए उनके ये गीत पाठकों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब होते हैं। ज़िया के पास जीवंत भाषा है, अनुभव, अध्ययन और अवलोकन की पूंजी है। अपने गीतों में नए बिंबो और प्रतीकों के साथ जीवन की गहन अनुभूतियों को चित्रित करने वाले ज़िया एक बेहतरीन गीतकार हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ शायर डॉ. सागर त्रिपाठी ने इस तरह विचार व्यक्त किए – “सभी मौसम हैं तुझमें ज़िन्दगी” गीत संग्रह के सर्जनाकार, ख़ालिक़, जनाब सुभाष पाठक ‘ज़िया’ एक मक़बूल शाइर हैं। वे कई विधाओं में भरपूर परिमार्जन के उपरान्त गीत सर्जना की कोमल पंखुड़ियों का अर्क़ लेकर साहित्य मनीषियों के मध्य पुनः उपस्थित हुए हैं। नई ज़मीन, नए आयाम, नूतन अलामतें, नए काव्य भाव तलाश करना, ‘ज़िया’ साहब का व्यसन है।
नई नस्ल की साहित्य वीथिका के आलोकित नायक के रूप में अद्भुत ख्याति प्राप्त करना एक भगीरथ प्रयास रहा है। इस गीत संग्रह के गीतों की लयबद्धता, शब्द संयोजन, अलंकारिक रसात्मकता एवं लालित्य अभिनंदनीय है। इस अवसर पर पुणे से पधारे प्रतिष्ठित संगीतकार गायक अश्विनी कुमार सर ने सुभाष पाठक के दो गीतों ‘राम हैं आधार जग के’ और ‘राम नाम ही सत्य है’ का गायन किया। उनकी असरदार प्रस्तुति ने श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर अमर त्रिपाठी,गुलशन मदान और चित्रनगरी संवाद के सभी रचनाकर और सदस्य उपस्थित रहे।









