नाले पर अतिक्रमण से पीड़ित की फसलें हो रहीं थी खराब, तहसीलदार ने कब्जा हटाने का दिया था आदेश, पालन कराने के एवज में मांगी रिश्वत
शिवपुरी। जिले में राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है,। आएदिन लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारी दबोच रही है, बावजूद इसके कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। शुक्रवार को ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने पोहरी तहसीलदार निशा भारद्वाज के रीडर पुनीत गुप्ता को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
फरियादी अतर सिंह धाकड़ निवासी रणधीर ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि उसकी जमीन बरईपुरा गांव में स्थित है, जो रणधीर से लगभग 1 किमी की दूरी पर है। इस जमीन से लगे हुए नाले पर ओमप्रकाश शाक्य सहित कुछ अन्य लोगों ने अतिक्रमण कर लिया, जिससे नाले का पानी खेत में घुसने लगा और अतर सिंह के भाई की फसलें खराब हो रही थीं।
इस संबंध में अतर सिंह के भाई द्वारा तहसील में शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया। तहसीलदार निशा भारद्वाज ने मामले में अतिक्रमण हटाने का आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन रीडर पुनीत गुप्ता ने कार्यवाही के एवज में 10,000 की रिश्वत की मांग कर दी।
इसके बाद अतर सिंह धाकड़ ने 10 जून को ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की। लोकायुक्त निरीक्षक टीआई कवींद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में शुक्रवार को योजना बनाई गई और जैसे ही फरियादी ने 10,000 की रकम रीडर पुनीत गुप्ता को दी, टीम ने उसे तहसील परिसर में रंगे हाथों पकड़ लिया।फिलहाल लोकायुक्त टीम द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है और आगे की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।