
शिवपुरी। जिले में मफ़ियाराज पूरी तरह से हावी होने के साथ ही अब वो प्रशासनिक कार्रवाई पर भी हावी हो रहा है। रविवार को कुछ ऐसा ही हुआ, और खनन माफिया ने माइनिंग की टीम को सरेराह रोककर जब्त हाइड्रा और रेत से भरी ट्रेक्टर ट्रॉली छुड़ाकर फरार हो गए। यह हालात तब हैं, जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि मेरे क्षेत्र में मफ़ियाराज नहीं चलेगा। कोलारस तो उनके संसदीय क्षेत्र में ही आता है शायद..!
माइनिंग की टीम को सूचना मिली थी कि पचावली में सिंध नदी के रिताई घाट पर रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। माइनिंग इंस्पेक्टर सोनू श्रीवास अपनी टीम के साथ पचावली के रिताई घाट पर रविवार की दोपहर लगभग 3 बजे पहुंचे। टीम जब घाट पर पहुंची तो हाइड्रा से रेत की ट्रॉलियां भरने का काम जोरशोर से चल रहा था। टीम के पहुंचते ही अन्य ट्रॉली-डंपर तो भाग गए, लेकिन एकं हाइड्रा और ट्रॉली को टीम ने जब्ती में ले लिया।
माइनिंग की टीम जब कार्रवाई के बाद जब्तशुदा हाइड्रा और ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर लुकवासा चौकी आ रही थी, तभी रस्में 12- 15 लोग आ गए, और माइनिंग की टीम को धमकाने लगे। रस्ता रोकने वाले इन खनन माफिया के तेवर इतने तीखे थे कि यदि माइनिंग की टीम विरोध करती, तो उनके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती थी। यही वजह रही कि माफिया धमकाने के बाद जब्तशुदा वाहनों को छुड़ाकर ले गए। माइनिंग की टीम निराश होकर लौट आई।
नहीं कराई एफआईआर
खनन माफियाओं के हाथों जब्तशुदा वाहनों को छुड़ाए जाने के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर लुकवासा चौकी तो पहुंचे, लेकिन उन्होंने कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई। चौकी प्रभारी शिखा तिवारी ने बताया कि मैनिंगन ने कोई शिकायत नहीं की। इतना ही नहीं कार्रवाई के दौरान कोई पुलिसकर्मी भी साथ नहीं था।
इन सबके बीच कलेक्टर रविंद्र चौधरी का कहना है कि टीम के साथ जिसने भी जबरदस्ती करके वाहन छुड़ाए हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
