
शिवपुरी को बनाया जाए टूरिज्म हब, खोले जाएं उद्योग धंधे, ताकि कम हो बेरोजगारी
विधानसभा में बोले पोहरी विधायक: पोहरी में 5 हजार बीघा खाली पड़ी जमीन में लगाएं उद्योग
शिवपुरी जिला ग्वालियर, झांसी और गुना से सौ-सौ किमी दूर है। वो तीनों जिले तो चमक रहे हैं, लेकिन हमारा शिवपुरी क्यों पिछड़ा हुआ छोड़ दिया गया। जहां सबसे अधिक बेरोजगारी है, कोई उद्योग धंधा नहीं है, टूरिज्म के नाम पर भी कुछ नहीं किया जा रहा। यह बात विधानसभा में पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने जब अध्यक्ष से कही, तो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर बोले कि बैराड़ में एक बहुत विशाल तालाब भी है।
पोहरी विधायक कैलाश ने अध्यक्ष और मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या शिवपुरी मध्यप्रदेश के नक्शे में शामिल नहीं है?। यदि है तो फिर उसे क्यों भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। शिवपुरी में रोजगार में नाम पर एक भी उद्योग धंधा नहीं है, जिसके चलते बेरोजगार लोगों की भरमार है। टाइगर बफर जॉन के फेर में यदि उद्योग धंधा उस क्षेत्र में नहीं लग सकता, तो हमारे पोहरी विधानसभा में बहुत सारी सरकारी जमीन खाली पड़ी है, जिसमें परिछा में तो जगह। ही देखी गई, लेकिन उद्योग धंधा शुरू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि शिवपुरी में दर्जनों पर्यटन स्थल हैं, जिनमें पोहरी का जल्मंदिर, गणेश मंदिर (जिसमें देश भर से लोग आते हैं), नरवर का किला जर्जर हो रहा है, जबकि नरवर में पसर देवी मंदिर, टपकेश्वर मंदिर सहित पर्यटन के बहुत स्पॉट हैं, लेकिन पर्यटन के नाम पर भी शिवपुरी में कुछ नहीं हो रहा है। विधायक ने कहा कि हमारे शिवपुरी जिले को भी दूसरे जिलों की तरह रोजगारमूलक बनाया जाए, ताकि हमारे जिले की आर्थिक स्थिति भी सुधर सके।
चूंकि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर सांसद रहे हैं, और पोहरी विधानसभा भी ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में आता है, इसलिए तोमर ने भी पचीपुरा तालाब के बारे में बताते हुए विधायक से कहा कि बैराड़ में कॉलेज इसलिए नहीं खुल सकता, क्योंकि वो बहुत छोटी जगह है।
विधानसभा में शिवपुरी के ज्वलंत मुद्दे उठाते पोहरी विधायक कैलाश