
ऊर्जा मंत्री के आदेश का पालन ही नहीं कर रही बिजली कंपनी, किया सवाल, तो मंत्री से गए नई तारीख
बरसों पूर्व बने मेडिकल कॉलेज वो इंजीनियरिंग कॉलेज को बताया विकास, अब शिवपुरी को सुंदर बनाने का किया दावा
शिवपुरी। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के आदेश का पालन उनका ही विभाग यानि बिजली कंपनी नहीं कर रही। बुधवार को जब यह सवाल किया तो मंत्री नई तारीख दे गए। इतना ही नहीं बरसों पूर्व बन चुके मेडिकल कॉलेज एवं इंजीनियरिंग कॉलेज को शिवपुरी का विकास बताते हुए मंत्री ने कहा कि अब शहर को सुंदर बनाने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ली है, और वो इस संबंध में लगातार बैठकें कर रहे हैं। जब उनसे पूछा कि बैठकें ही हो रही हैं, धरातल पर कब नजर आएगा, तो वे बोले कि पहले कार्ययोजना बनती है, फिर काम शुरू होता है। यानि जिस विकास का दावा किया जा रहा है, वो धरातल पर उतरेगा या फिर सिर्फ कार्ययोजना ही बनकर रह जाएगी, इस संबंध में वो कुछ भी स्पष्ट नहीं कर पाए।
प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर में ही सर्किट हाउस आ गए थे, और आज सुबह 8 बजे से रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाना था, लेकिन मंत्री उस समय तक सोकर हीं नहीं उठे, तो तिरंगा लेकर चलने वालों को इंतजार करना पड़ा। जब कार्यक्रम में पहुंचे तो मंत्री ने वहां पर भी सोफे पर बैठकर नींद पूरी की। इसके बाद पीजी कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वन नेशन-वन इलेक्शन, कार्यक्रम में शामिल हुए। तत्पश्चात वो मंडी का निरीक्षण करने गए, और फिर पुरानी शिवपुरी जा पहुंचे। यहां पार्षद विजय बिंदास ने मंत्री से स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपने अभी तक नपाध्यक्ष को नहीं हटाया, जबकि आप हमें भरोसा दिलाते रहे। विजय ने कहा कि हम नपाध्यक्ष के साथ काम नहीं कर सकते, आप तो हमारे इस्तीफे स्वीकार करवा दो। इस दौरान मंत्री विजय को समझाते रहे।
इन सवालों पर निरुत्तर हुए मंत्री
– पिछले दौरे में मंत्री ने निर्देश दिए थे कि शहर में खुली लगीं विद्युत डीपी को जाली से कवर्ड कर आमजन को सुरक्षित करें। वो काम अभी तक नहीं हुआ, इस सवाल पर मंत्री बोले कि परसों से काम शुरू होगा।
– शिवपुरी जिले को बरसों बाद मिले न्यूरोसर्जन दिनेश गोयल का भी ट्रांसफर श्योपुर कर दिया गया। जिला अस्पताल में एक भी ईएनटी (नाक,काम,गला का डॉक्टर) नहीं है। इस पर मंत्री बोले कि मैं इस संबंध में बात करूंगा।

मीडिया के सवालों पर निरुत्तर हुए प्रभारी मंत्री





