
उम्रदराज परिजनों पर नारी शक्ति दिखाना कहां तक उचित..?
बहू से प्रताड़ित रिटायर्ड पशु चिकित्सक ने कलेक्टर से लगाई गुहार: बेटा गुजरात में, ग्वालियर से आई बहू ने मारपीट कर घर से निकाला
शिवपुरी। नारी सशक्त हो, यह हम भी चाहते हैं, लेकिन नारी अपनी शक्ति परिवार के बुजुर्गों पर दिखाए, यह किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट में शिकायत लेकर आए रिटायर्ड पशु चिकित्सक वीरेंद्र अहिरवार ने बताया कि बेटा सुनील और बहू लता में विवाद के बाद बेटा गुजरात चला गया, और बहू अपने मायके ग्वालियर चली गई। बीते दिनों बहू ने पहले अपने ससुर के खिलाफ पुलिस में शिकायत की, जहां पर अहिरवार बयान देकर भी आए। 68 वर्षीय वीरेंद्र ने बताया कि पिछले दिनों। बहू आई और मेरे साथ मारपीट करके मुझे घर से बाहर निकाल दिया। अपने साथ हुई मारपीट के वीडियो भी पीड़ित ससुर ने दिखाए। बेटा गुजरात में काम कर रहा है, बहू और बेटा का मामला न्यायालय में चल रहा है, और इस बीच बहू ने अपने उम्रदराज ससुर पर ताकत दिखाकर उसे घर से बाहर कर दिया। बुजुर्ग वीरेंद्र अहिरवार शिवपुरी शहर की शांतिनगर कॉलोनी में निवास करते हैं। उनके घर पर बहू ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर कब्जा कर लिया, और बुजुर्ग आवेदन लेकर न्याय की गुहार लगाता फिर रहा है। ऐसी नारी शक्ति तो किसी भी सूरत में ठीक नहीं है, क्योंकि बुजुर्गों का आशीर्वाद ही युवाओं के सुखद भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।
…. तो क्या भाजपा के लोग बिना रॉयल्टी के निकाल रहे ट्रेक्टर ट्रॉली?
मामला पिछोर विधानसभा के खनियाधाना में रेंजर भदौरिया के खिलाफ विधायक पुत्र ने किया थाने में हंगामा
शिवपुरी। जिले की पिछोर विधानसभा में विधायक वर्सेस पूर्व विधायक का मैच रुकने का नाम नहीं ले रहा। बीती रात खनियाधाना के रेंजर अरविंद भदोरिया ने जंगल से पत्थर भरकर लाते समय पकड़ लिया। यह ट्रेक्टर मंगल लोधी लेकर आ रहा था, जिसके पास रॉयल्टी नहीं थी। रेंजर द्वारा ट्रेक्टर ट्रॉली पकड़े जाने के कुछ देर बाद पिछोर विधायक प्रीतम लोधी के पुत्र राकेश लोधी अपने समर्थकों के साथ खनियाधाना थाने पहुंचे और यह कहते हुए रेंजर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग करने लगे कि रेंजर ने भाजपा कार्यकर्ता मंगल लोधी (ट्रेक्टर) के साथ मारपीट की है।
अब इसमें सवाल यह उठता है कि क्या मंगल लोधी भाजपा कार्यकर्ता होकर सत्ता की आड में बिना रॉयल्टी के अवैध उत्खनन के सकता है। या फिर रेंजर अरविंद भदोरिया ने मंगल लोधी को बिना रॉयल्टी के पकड़ने के बाद उसे छोड़ा नहीं। अब देखते हैं कि इस मामले में क्या होता है..?

बुजुर्ग ससुर शिकायत लेकर आया, मेरी बहू ने मारपीट कर घर से निकाला







1 thought on “उम्रदराज परिजनों पर नारी शक्ति दिखाना कहां तक उचित..?”