
टुंडा भरका में बह गया किशोर, दो घंटे बाद भी नहीं पहुंची रेस्क्यू टीम
एक दर्जन प्राकृतिक झरनों पर प्रतिबंध लगाकर अपनी जिम्मेदारियों से प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
शिवपुरी जिले में स्थित टुंडा भरका पर दोस्तों के साथ घूमने गया 16 वर्षीय फरदीन शाम 5:30 बजे पानी में बह गया। किशोर के पानी में बह जाने की सूचना देने के दो घंटे बाद भी कोई रेस्क्यू टीम नहीं पहुंची।
उक्त जानकारी देते हुए चीलोद कमलागंज के पार्षद इस्माइल खान ने बताया कि आज रविवार को उनके वार्ड में रहने वाला रफदीन अपने मित्रों के साथ टुंडा भरका घूमने गया था। शाम लगभग 5 बजे नहाते समय फरदीन पानी के फ्लो में बह गया। वहां मौजूद लोगों के अलावा उसके मित्रों ने अपनी तरफ से प्रयास किए, लेकिन जब फरदीन को नहीं निकाल पाए, तो फिर मुख्यालय पर सूचना देकर रेस्क्यू टीम की मदद मांगी। इस्माइल ने बताया कि सूचना देने के दो घंटे बाद भी कोई टीम नहीं पहुंची।
ज्ञात रहे कि शिवपुरी में एक दर्जन प्राकृतिक झरने हैं, जिन्हें देखने के।लिए बरसात में ही सैलानी अधिक आते हैं। इन प्राकृतिक झरनों पर सुरक्षा के इंतजाम करने की बजाए प्रशासन उनके आसपास जाने पर प्रतिबंध का आदेश जारी करके अपना पल्ला झाड़ लेता है। जबकि उस आदेश के विपरीत जब भी मौसम सुहावना होता है और अवकाश का दिन होता है, तो बड़ी संख्या में लोग इन झरनों पर जाते है। उस दौरान वहां पर ना तो कोई सुरक्षा इंतजाम होते हैं, और ना ही कोई संसाधन मौजूद रहते हैं। यही वजह है कि इस तरह के हादसे हर साल होते हैं, और प्रशासन यह कहकर पल्ला झाड़ लेता है कि हमने तो पहले ही प्रतिबंध लगा दिया था।
सभी झरनों पर हों सुरक्षा इंतजाम
यह बात जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी पता है कि चाहे वो जैसे भी आदेश जारी कर दें, लोग बरसात में झरनों को देखने और उसमें नहाने जरूर पहुंचेंगे। जिसके चलते हर उस जगह पर, जहां लोगों की भीड़ पहुंचती है, वहां पर लाइफ़ जैकेट बंधे रस्से और जंजीर आदि के अलावा कोई तैराक भी तैनात करना चाहिए, ताकि इस तरह के हादसे होने पर पानी में बहने वाले शख्स को बचाने के प्रयास किए जा सकें।
पानी में बहे युवक की तलाश कर रहे स्थानीय लोग
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