
शहर से लापता नगर की प्रथम नागरिक, फरारी में इनाम घोषित करके पुलिस ने भी झाड़ा पल्ला
पौने 3 लाख की आबादी पी रही गंदा पानी, शहर में गंदगी देख भड़क चुके हैं प्रभारी मंत्री
शिवपुरी। नगरपालिका अध्यक्ष यानि नगर का प्रथम नागरिक, जो पिछले कुछ दिनों से गायब है। वो किसी केस में फरारी नहीं काट रहीं, बल्कि कुर्सी न चली जाए, इसलिए कुछ पार्षद लेकर रफूचक्कर हो गई। उधर भ्रष्टाचार के आरोपी ठेकेदार पर फरारी में इनाम घोषित करके पुलिस भी हाथ पर हाथ धर कर बैठ गई। ऐसे में शहर की पौने 3 लाखं की आबादी को समझ नहीं आ रहा कि आखिर इस शहर का कोई भला चाहता भी है या नहीं..?। क्योंकि केंद्रीय मंत्री के इशारे पर भाजपा जिलाध्यक्ष समय आगे बढ़ाकर मामले को ठंडे बस्ते में पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रदेश की पूर्व केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जाते-जाते शिवपुरी शहर की जनता को एक नायाब कोहिनूर हीरा नगरपालिका अध्यक्ष के रूप में दिया। यही वजह है कि बुआ के इस तोहफे को उनका भतीजा कुर्सी से हटाना नहीं चाहते। जिसके चलते पार्षदों और केंद्रीय मंत्री के बीच डाकिया का काम कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष ने पहले 7 दिन का और अब 3 महीने का समय देने का राग अलापना शुरू कर दिया। उधर लगातार समय बढ़ाए जाने की बात सुनकर नपाध्यक्ष का विरोध करने वाले पार्षदों के सिर से ऊपर पानी होता जा रहा है। कुर्सी बचाने के फेर में नपाध्यक्ष इस शहर को लावारिस छोड़कर अपने चंद पार्षदों को लेकर बाहर चली गई।
अभी तक तो नपाध्यक्ष का विरोध केवल पार्षद ही कर रहे थे, लेकिन पिछले एक माह से घरों में आ रहा गंदा पानी, शहर में जगह-जगह लगे कचरे के ढेरों और टूटी सड़कों की वजह से शहर की जनता भी अब नपाध्यक्ष के विरोध में आ चुकी है। शहर में गंदगी की स्थिति तो पिछले दिनों खुद प्रभारी मंत्री भी देख चुके हैं, लेकिन वो भी फावड़ा चलाने की नौटंकी करके आगे बढ़ गए।
इस्तीफे की राजनीतिक उम्मीदें टूटती जा रही हैं, ऐसे में अविश्वास की प्रशासनिक प्रक्रिया भी कुछ रंग ला पाएगी, इसमें संशय ही बना हुआ है। विरोध करने वाले पार्षद भी हताश है, और शहर की जनता परेशानियों को झेलते हुए नेताओं की नौटंकी देखकर अंदर ही अंदर उद्वेलित हो रही है। क्योंकि नगर के प्रथम नागरिक को ना ही जनता ने चुना और ना ही पार्षदों ने, बल्कि पार्षद ओमी जैन की बात पर यकीन करें तो उन जैसे पार्षदों की गर्दन पर तलवार रखकर अध्यक्ष थोपी गई, इस शहर पर।
पुलिस की सुस्ती में संगठन के नेता का दवाब
शहर विकास के लिए आई करोड़ों की राशि डकारने वाला भ्रष्टाचार का आरोपी ठेकेदार पिछले एक माह से फरार है। पुलिस अधीक्षक भी फरार आरोपी पर 10 हजार का इनाम घोषित करके दूसरे मामलों को सुलटाने में जुट गए। सूत्रों की माने तो भाजपा पे प्रदेश संगठन के एक नेताजी की आरोपी ठेकेदार से रिश्तेदारी है, जिसके चलते पुलिस भी दवाब में आकर फरार ठेकेदार को जमानत कराने के लिए पूरा समय दे रही है। प्रदेश के संगठन महामंत्री से पूछने के लिए हमने भी फोन लगाया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
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