
स्कूली छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने वालों से बचाने गए पिता के तोड़े हाथ-पैर
सरकार का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा खोखला, राजनीतिक संरक्षण में आरोपियों के हौंसले बुलंद
एक तरफ सरकार के नुमाइंदे यह नारा लगाते है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं, लेकिन यह नारा इन नेताओं के दोहरे चरित्र की वजह से खोखला साबित हो रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण बीते 26 जुलाई को कोलारस विधानसभा क्षेत्र में तब सामने आया, जब एक स्कूली छात्रा के साथ कुछ बदमाश युवकों ने अश्लील हरकत कर दी, और जब पिता अपनी बेटी की आबरू बचाने गया, तो उन बदमाशों ने पिता के हाथ-पैर तोड़ दिए। घायल पिता के दोनों हाथ और पैरों में प्लास्टर चढ़ा हुआ है।
कोलारस के ग्राम चक्क भडॉता में रहने वाली एक नाबालिग छात्रा जब स्कूल से वापस अपने घर जा रही थी, तभी एक लड़के ने साइकिल अड़ाकर उसे रोक लिया, और अश्लील हरकतें करते हुए उसे झाड़ी में खींचने लगा। सरेराह खींचे जाने का विरोध करते हुए जब छात्रा ने खुद को बचाने के लिए चिल्ला-चिलाकर मदद मांगी, तो उसका पिता उसे बचाने के लिए वहां आ गया।
अपनी बेटी को बदमाश के चंगुल से बचाने के दौरान युवक के परिजन भी वहां पहुंच गए, और उन्होंने लाठियों से छात्रा के पिता पर हमला कर दिया। उक्त हमलावरों ने छात्रा के पिता को बेरहमी से पीटते हुए उसके दोनों हाथ और पैर तोड़ दिए। घायल को पिता को जब अस्पताल पहुंचाया गया तो उसके दोनों हाथ-पैरों में फैक्चर होने की वजह से प्लास्टर चढ़ा दिया गया।
उधर घटना की रिपोर्ट लिखने जब कोलारस थाने पर पहुंचे, तो वहां पर हमलावरों के प्रभाव के चलते पुलिस ने भी उन लोगों के नाम नहीं लिखे, जिन लोगों ने हाथ पैर तोड़े है। साथ ही सामान्य मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। उक्त आरोप लगाते हुए छात्रा ने एक शिकायती आवेदन मंगलवार को एसपी ऑफिस में दिया। जिसमें बताया गया है कि हमलावरों को गांव के सरपंच शिवचरण गुर्जर का संरक्षण प्राप्त है, और सरपंच के सिर पर विधायक का हाथ है।
अब जबकि अपराधियों को नेताओं का खुला संरक्षण है, तो फिर वो बेटी बचाने वाले पिता पर ऐसा जानलेवा हमला क्यों नहीं करेंगे। यदि सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के नारे को सार्थक करना चाहती है, तो उनके नेताओं को अपराधियों का संरक्षण देना बंद करना पड़ेगा।
अपने गंभीर घायल पिता के साथ छेड़छाड़ का शिकार छात्रा
1 thought on “स्कूली छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने वालों से बचाने गए पिता के तोड़े हाथ-पैर”