
सतनबाड़ा रेंज ने माइनिंग को लिखे एक दर्जन पत्र, लीज छोड़कर दूसरी जगह से खोद रहे पत्थर
माइनिंग इंस्पेक्टर बोले: हमने उन पत्रों पर टीप लगाकर जिलाधीश की तरफ बढ़ा दिया, बड़ी कार्रवाई होगी
शिवपुरी। जिले को चारागाह समझकर अधिकारी चर यह हैं, और खनन माफिया जमीन को खोखला कर रहे हैं। सतनबाड़ा रेंज सामान्य बन मंडल ने माइनिंग विभाग को लगभग एक दर्जन पत्र लिखकर यह बताया है कि लीज वाली जगह छोड़कर 1-2 किमी दूसरी जगह से पत्थर उत्खनन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, उत्खनन के फोटोग्राफ्स तक भेजे गए। बावजूद इसके माइनिंग की टीम एक भी बार वहां नहीं गई। जब माइनिंग इंस्पेक्टर से पूछा तो वे बोले कि हमने पत्रों पर टीप लगाकर जिलाधीश की तरफ बढ़ा दिया है, क्योंकि बड़ी कार्रवाई के लिए फोर्स भी लगेगा।
गौरतलब है कि शिवपुरी का माइनिंग विभाग जिस जगह की लीज देता है, वहां पर लीजधारक खुदाई न करके उसके आसपास 1-2 किमी दूर दूसरी जगह खुदाई करके पत्थर निकाल रहे हैं। चूंकि यह उत्खनन राजस्व एरिया में हो रहा है, तथा सामान्य वन मंडल के सतनबाड़ा स्टाफ को यह अवैध उत्खनन दिखाई देता है, तो वो उसके फोटो वीडियो तक बनाकर माइनिंग विभाग में पत्र भेजकर यह बता रहे हैं कि पत्थर का उत्खनन अवैध रूप से दूसरी जगह से किया जा रहा है।
लीजधारकों का माइनिंग विभाग से इतना अच्छा मेलजोल है कि वो एक ट्रक को ट्रेक्टर ट्रॉली बताकर उसकी फीस ले रहे थे, जिसे पिछले दिनों पकड़ा गया। शायद यही वजह है कि इतनी शिकायतों के बाद भी माइनिंग ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की।
बोले रेंजर: हमने लिखे हैं कई पत्र
हमारे रेंज एरिया के पास रेवेन्यू की जमीन पर लीज वाली जगह को छोड़कर दूसरी जगह से उत्खनन की शिकायत के कई पत्र व फोटोग्राफ्स भी भेजे हैं। अभी तक कोई जवाब नहीं मिला।
माधव सिंह सिकरवार, रेंजर सतनबाड़ा
बोले माइनिंग इंस्पेक्टर: आगे बढ़ा दिए पत्र
हां सतनबाड़ा रेंज से हमारे पास कई पत्र आए हैं, जिन पर हमने टीप लगाकर जिलाधीश की तरफ बढ़ा दिए। चूंकि कार्यवाही बड़ी की जानी है, जिसमें फोर्स भी लगेगा, तो यह व्यवस्था तो वो ही करेंगे।
सोनू श्रीवास, माइनिंग इंस्पेक्टर शिवपुरी








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