September 30, 2025
संवेदनशील कार्यक्रम सिर्फ लाइव ही दिखा, ना कहीं छपा और ना कहीं दिखा, आखिर क्या हुआ..?

संवेदनशील कार्यक्रम सिर्फ लाइव ही दिखा, ना कहीं छपा और ना कहीं दिखा, आखिर क्या हुआ..?
केंद्रीय मंत्री भी दे गए सलाह: पॉजिटिव दिखाओ, बिल्कुल दिखाएंगे,।पहले कुछ करके तो दिखाओ

शिवपुरी। पिछले दिनों शिवपुरी दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शहर के मैरिज गार्डन में आयोजित संवेदनशील कार्यक्रम में शामिल हुए। उसमें उन्होंने काफी समय भी दिया, तथा शिवपुरी के कई वरिष्ठ खबरनवीसों ने अपने विचार भी रखे। इस दौरान सिंधिया ने यह अपील भी की, कि पॉजिटिव खबरें छापनी चाहिए। उनका कहना अपनी जगह बिल्कुल सही है, लेकिन पॉजिटिव कुछ हो तो सही। हर तरफ हालात बेकाबू हैं, हमारे प्रभारी मंत्री केबिनेट में रो रहे हैं, तो अब इसमें क्या।पॉजिटिव होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि संवेदनशील कार्यक्रम किसी बड़े अखबार में छपा नजर नहीं आया, और सोशल मीडिया पर भी केवल लाइव ही नजर आया।
संवेदनशील विषय को लेकर मुझे एक किस्सा याद आया। जब शिवपुरी पुलिस अधीक्षक जी. अखेतो सेमा थे, और हम भी पत्रकारों के साथ कोई एक ज्ञापन देने उनके केबिन में गए थे। उस दौरान शिवपुरी शहर के एक धनाढ्य परिवार की बेटी को किसी जगह किसी युवक के साथ पकड़ा था। उस बेटी का समाचार एक अखबार ने आधे पेज का छापा था। एसपी सेमा ने उस पत्रकार से सवाल किया था, कि बेटी किसी की भी हो सकती है, और यदि आपके परिवार की बेटी भी ऐसी मिलती, तो भी क्या आधे पेज का समाचार छापते?. यह बात सुनकर वो पत्रकार अपना मुंह छिपाकर पत्रकारों की भीड़ में पीछे खिसक गया। जबकि एसपी ने वो कहानी भी सुनाई थी कि जीसस ने कहा था कि आरोपी महिला में पहला पत्थर वो मारे, जिसने कभी पाप ना किया हो। अफसोस की बात यह है कि संवेदनशील विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में वो बहरूपिया भी मौजूद रहा।
उधर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने भी कार्यशाला के विषय पर गौर करते हुए कहा कि आप लोगों को कुछ पॉजिटिव खबरें देखना चाहिए। लेकिन सिंधिया खुद ही शहर को लेकर संवेदनशील नहीं हैं। जब एक तरफ पूरा शहर नपाध्यक्ष को हटाना चाहता है, लेकिन केंद्रीय मंत्री की यस नहीं हो पा रही। पिछले दो माह तक पार्षदों ने इतनी कवायद की, लेकिन परिणाम अभी तक कुछ नहीं आया। यदि केंद्रीय मंत्री संवेदनशील होकर जल्द निर्णय ले लेते, तो अभी तक शहर विकास के काम शुरू हो जाते, और शहर की जनता को कई परेशानियों से राहत मिल जाती। उम्मीद है कि केंद्रीय मंत्री संवेदनशील होकर जल्द ही शहर को कोई पॉजिटिव रिपोर्ट देंगे, और ख़बरनवीस भी पॉजिटिव लिखेंगे।

संवेदनशील कार्यक्रम सिर्फ लाइव ही दिखा, ना कहीं छपा और ना कहीं दिखा, आखिर क्या हुआ..?

1 thought on “संवेदनशील कार्यक्रम सिर्फ लाइव ही दिखा, ना कहीं छपा और ना कहीं दिखा, आखिर क्या हुआ..?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page