
रेत के खेल पर चढ़ाया धर्म का पर्दा: टाइगर रिजर्व में जब्त हुआ डंपर पर जुर्माना नहीं राजसात होगा
फॉरेस्ट, नेशनल पार्क, कूनो सहित 6 रेंज के कर्मचारियों व रेंजरों ने दिया एसपी, कलेक्टर, सीसीएफ को ज्ञापन
शिवपुरी। बीते गुरुवार की दोपहर को आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने हाइवे को बाधित किया, फिर सतनबाड़ा थाने को घेर लिया। जिस घटना का यह विरोध प्रदर्शन किया गया, वो बीते 3 नवंबर की है। रेत के इस खेल में धर्म का रंग इसलिए दिया गया, क्योंकि बिना रॉयल्टी का रेत से भरा डंपर माधव टाइगर रिजर्व के कोर जोन (सबसे सेंसटिव जोन, जिसमें टाइगर रहते हैं) में पकड़ा गया, जिस पर जुर्माना नहीं, बल्कि राजसात होगा।
तीन दिन जब डंपर पकड़ने वाले रेंजर और उनके पिता से बात करने के बाद भी जब बात नहीं बनी, तो फिर पुजारी को आगे करके यह प्रदर्शन किया गया। जिसमें वर्ग विशेष सहित अन्य समाज के लोग भी जुड़ गए, और भीड़ को देखकर पुलिस ने रेंजर के पिता पर मामला दर्ज कर लिया।
कुछ ऐसी है कहानी:
बीते 3 नवंबर की सुबह 7 बजे रेंजर माधव सिंह सिकरवार पर नेशनल पार्क के डिप्टी रेंजर का फोन आया कि नेशनल पार्क एरिया से ही बिना रॉयल्टी की रेत से भरा डंपर जा रहा है, जो रुक नहीं रहा। इस बीच रेंजर ने अपना स्टाफ भेजकर खुद भी पहुंचे तो मंदिर के पुजारी कम्मा गुर्जर ने तब एक रेत को मंदिर परिसर में डंप करवा लिया। जब बाबा की बात रेंजर से नहीं बनी, तो फिर बाबा खेरे वाले मंदिर के पुजारी को साथ लेकर शिवपुरी आए।
सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की वायरल
झिरना मंदिर के पुजारी शिवपुरी में रेंजर के पिता रिटायर्ड डीएसपी सुरेश सिंह सिकरवार से मिले। घर में आने और बातचीत के सभी सीसीटीवी फुटेज आज वायरल हुए, जिसमें बाबा आराम से बैठकर बात करते नजर आ रहे हैं। जबकि गुरुवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान बाबा ने कहा कि मेरी दाड़ी पकड़ी, मुझे धक्का मुक्की की गई, जबकि फुटेज में ऐसा कुछ नहीं दिख रहा। यानि असत्य बात बोलकर बाबा और डंपर वाले ने भीड़ इकठ्ठा कर ली। सूत्र बताते हैं कि बाबा नागुली गांव का रहने वाला है, तथा उसके खिलाफ सुरवाया थाने में कई प्रकरण दर्ज हैं।
पोहरी विधायक जाकर फंस गए…
गुरुवार को जिस समय सतनबाडा और मंदिर परिसर में प्रदर्शन हो रहा था, तब क्षेत्रीय विधायक कैलाश कुशवाह भी जा पहुंचे। बताते हैं कि यहां पर उन्होंने सभी के मोबाइल बंद कराकर एक वर्ग विशेष को मुगलों का रिश्तेदार बता दिया। यह बात उस वर्ग विशेष को पता चल गई, जिसके चलते पोहरी विधायक के खिलाफ वर्ग विशेष न केवल शिवपुरी में अधिकारियों को बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक शिकायत करने की बात कर रहे हैं।







