
पुरुष आयोग की दरकार: ग्वालियर में पत्नी की बेवफाई से परेशान होकर मारी गोली
शिवपुरी में 18 वर्षीय छात्र ने विवाहिता की प्रताड़ना से तंग आकर दी अपनी जान
शिवपुरी। पुरुषों पर महिलाओं द्वारा किए जा रहे अत्याचारों को देखते हुए अब पुरुष आयोग बनाया जाना बेहद जरूरी हो गया। बीते शुक्रवार को ग्वालियर में एक पति ने अपनी पत्नी की बेवफाई से तंग आकर उसे गोली मार दी, तो वहीं शनिवार को शिवपुरी शहर के फिजिकल क्षेत्र में एक 18 वर्षीय छात्र ने एक विवाहिता की प्रताड़ना से तंग आकर खुद को फांसी के फंदे पर लटकाकर अपनी जान दे दी। यह सब हालात इसलिए भी बन रहे हैं, क्योंकि पीड़ित पुरुष की सुनवाई कहीं नहीं हो रही।
यूं तो हमारा समाज पुरुष प्रधान है, लेकिन महिलाओं को सरकार ने इतने अधिकार दे दिए हैं, कि यदि कोई महिला अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाए तो उसका पति उसके सामने भीगी बिल्ली बनकर ही रहेगा। बीते शुक्रवार को ग्वालियर में रूपसिंह स्टेडियम के पास अरविंद ठाकुर ने अपनी पत्नी नंदिनी ठाकुर को उन हालातों में गोली मारी, जब नंदिनी ने अरविंद के साथ ना केवल बेवफाई की, बल्कि अपने प्रेमी के साथ मिलकर अरविंद के खिलाफ मामला भी दर्ज करवा दिया। चूंकि नंदिनी अपने अधिकारों का भरपूर इस्तेमाल करके अरविंद के लिए इतनी बड़ी परेशानी बन गई, कि अरविंद को उसकी जान लेनी पड़ गई। अपनी पत्नी को गोली मारने के बाद अरविंद ने अपने एफबी पेज पर नंदिनी के कारनामों का खुलासा किया है, जिसे सुनकर कल तक जो लोग उसे गलत ठहरा रहे थे, उनकी अरविंद के प्रति सिंपैथी जुड़ गई।
दूसरी घटना शिवपुरी शहर के फिजिकल थाना क्षेत्र में हुई, जहां किराए का मकान लेकर कक्षा 12वीं की पढ़ाई करने वाला महेंद्र (18) पुत्र चेनू आदिवासी का शव इसके किराए के कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। मृतक की बहन ने आरोप लगाया है कि महेंद्र पहले जिस घर में किराए से रहता था, उस घर की मालकिन महिला, उसे प्रताड़ित कर रही थी। बीते शुक्रवार की शाम को भी वो महिला महेंद्र के कमरे पर आई, और रात में छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस मामले में उक्त महिला का आरोप है कि महेंद्र उस पर शादी का दबाव बना रहा था, लेकिन जब उसने मना कर दिया, तो उसने यह कदम उठा लिया। जबकि सच्चाई कुछ और है, जिसके चलते छात्र को अपनी जान देनी पड़ी।
इन दोनों मामलों पर यदि गौर किया जाए, तो पीड़ित पुरुषों के पास कोई दूसरा रास्ता ही नहीं बचा था। यदि महिला आयोग की तरह ही पुरुष आयोग भी बन जाए, तो कम से कम पीड़ित पुरुष अपनी गुहार वहां लगा तो सकता है। पीजी कॉलेज शिवपुरी के समाजशास्त्र के प्रोफेसर अरविंद शर्मा का भी कहना है कि अब जरूरी हो गया है कि देश में महिला आयोग की तरह पुरुष आयोग भी बनाया जाए।
ग्वालियर में पत्नी को गोली मारने वाला अरविंद
शिवपुरी में विवाहिता की प्रताड़ना से तंग आकर जान देने वाला छात्र
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