
पति व ससुर की मौत पर नहीं आई पहली पत्नी, गुपचुप पति के नाम की जमीन बेच गई शहर के हिस्ट्रीशीटर को
जनसुनवाई में शिकायत करने आई दूसरी पत्नी ने पहली पत्नी के चरित्र पर संदेह होने पर छोड़ा था
शिवपुरी। शहर के रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली विनीता परिहार अपने जेठ चंद्रभान सिंह परिहार व सास के साथ मंगलवार को कलेक्ट्रेट में चल रही जनसुनवाई में शिकायत करने पहुंची।
विनीता ने बताया कि मेरे पति पूरन परिहार ने पहली शादी झांसी की महिला आरक्षक भावना परिहार से शादी की थी। शादी के बाद भावना अपने पति के संग नहीं रही, तथा उनकी एक बेटी हो गई। पूरन को भावना के चरित्र पर संदेह होने की वजह से उसे छोड़ कर तलाक का मामला कोर्ट में लगाकर दूसरी शादी विनीता से कर ली। जिससे विनीता के दो छोटे बेटे हैं। विनीता ने बताया कि मेरे सास-ससुर ने अपने गांव की पुश्तैनी जमीन बेचकर पूरण के नाम से शिवपुरी रेलवे स्टेशन के पास जमीन खरीदी थी। बाद में हार्ट अटैक आने से पूरण की मौत हो गई, तो उसकी पहली पत्नी भावना न तो पति की मौत प आई और न ससुर की मौत में आई थी।
इस बीच भावना ने अपने पति के नाम की जमीन का नामांतरण अपने नाम करके पिछले माह उस जमीन को शिवपुरी शहर के हिस्ट्रीशीटर राजकुमार गोयल को बेच दी। चूंकि गोयल बंधु हत्या के मामले में सजायाफ्ता मुजरिम हैं, तथा शहर में वो डंडा बैंक चलाते हैं। जिनसे विनीता व उसके परिवार को जान का खतरा है। साथ ही जमीन बेचे जाने से वो बेघर भी हो जाएगी। विनीता के जेठ चंद्रभान सिंह दिव्यांग हैं, तथा दोनों परिवार सहित दो विधवा ननद की जिम्मेदारी भी उन पर ही है। इसलिए भावना द्वारा करवाई गई रजिस्ट्री शून्य की जाकर उसके खिलाफ कार्यवाही की जाए।
पुश्तैनी जमीन बेचकर खरीदी गई जमीन में और भी हिस्सेदार
मृतक पूरण के माता-पिता ने अपने गांव की जमीन बेचकर एक माह में शिवपुरी आकर पूरण के नाम से जमीन खरीदी थी। चूंकि पुश्तैनी जमीन बेचकर जो जमीन खरीदी गई, इसलिए उसने माता-पिता के अलावा भाई व बहनों का भी हिस्सा है। लेकिन पूरन की पहली पत्नी भावना गुपचुप तरीके से उक्त जमीन जान बूझकर हिस्ट्रीशीटर को बेच गई, ताकि परिवार के लोग विरोध करें तो जमीन खरीदने वाला अपनी दादागिरी के दम पर उन्हें चुप करा दे।






