
नगर परिषद पिछोर में लोकायुक्त ने ट्रैप किए एकाउंटेंट और टाइम कीपर
कंप्यूटर खरीदी के भुगतान के एवज में मांग रहे थे 60 हजार कमीशन, पहली किश्त 30 हजार में दबोचे
शिवपुरी। नगर परिषद पिछोर में गुरुवार को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने एकाउंटेंट और टाइम कीपर को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोच लिया। यह रिश्वत कंप्यूटर खरीदी के भुगतान के एवज में मांगे जा रहे थे। महत्वपूर्ण बात यह है कि शिकायतकर्ता ने इस मामले में सीएमओ पर भी आरोप लगाया है कि उन्होंने हो एकाउंटेंट से मिलने को कहा था।
नगर परिषद पिछोर में 4.77 लाख रुपए के कंप्यूटर खरीदे गए थे। जब उसका भुगतान मांगने के लिए कंप्यूटर सप्लायर का व्यक्ति विशाल केवट गया तो उससे रिश्वत की मांग की गई। सौदा 60 हजार रुपए में तय हुआ, जिसकी पहली किश्त के रूप में आज 30 हजार रुपए देने की बात हो गई थी। इस बीच शिकायतकर्ता विशाल ने ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस से संपर्क किया, और जब लोकायुक्त को एकाउंटेंट दीपक बनाफर की रिकॉर्डिंग मिल गई तो फिर आज टीम ट्रैप करने को पिछोर पहुंच गई।
विशाल को लोकयुक्त ने पाउडर लगे नोट की गड्डी दी, और खुद इधर उधर छुप कर बैठ गए। आज दोपहर लगभग 12 बजे जब विशाल रुपए लेकर एकाउंटेंट दीपक के पास पहुंचा, तो वहां पर टाइमकीपर रामबाबू त्रिपाठी खड़ा था। दीपक ने विशाल से कहा कि रामबाबू को पैसे दे दो। जैसे ही रामबाबू ने रुपए लिए, तभी लोकयुक्त की टीम ने दोनों कर्मचारियों को पकड़ लिया। उधर शिकायतकर्ता विशाल।का यह भी आरोप है कि जब वो भुगतान के संबंध में सीएमओ आनंद शर्मा से मिलने गया था, तो सीएमओ ने कहा था कि इस संबंध में दीपक से बात कर लो। साथ ही यह भी कहा था कि बिना लेनदेन के कुछ नहीं होता।
पिछोर में पूर्व सीएमओ भी हुए थे ट्रेप
पिछोर नगर परिषद में चल रही रिश्वतखोरी की प्रथा काफी पुरानी है। इससे पहले नगर परिषद के पूर्व सीएमओ सुधीर मिश्रा 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए शिवपुरी के टूरिस्ट विलेज में कोलायुक्त ने दबोचा था। उसके बाद सुधीर मिश्रा का ट्रांसफर शिवपुरी नगरपालिका हो गया, जहां पर राजस्व जैसी महत्वपूर्ण शाखा संभाल रहे हैं।
गले में साफी डाले हुए दोनों आरोपी, लोकायुक्त के चंगुल में
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