
कोलारस में खुला जीटी कंपनी का दफ्तर हुआ बंद, 100 करोड़ का लगा गई चूना, पीड़ित लोगों ने की एसडीएम व एसडीओपी से शिकायत
बोले एसडीएम: शिकायत तो आई है, अब जांच के बाद पता चलेगा कि कंपनी की क्या थी सच्चाई
शिवपुरी। जिले की कोलारस विधानसभा में दफ्तर खोलकर जीटी कंपनी लगभग 100 करोड़ का चूना लगाकर चली गई। कंपनी के छलके में आकर अपनी बड़ी राशि गंवा चुके लोगों। ने कोलारस एसडीएम एवं एसडीओपी को शिकायती आवेदन देकर राशि वापस दिलाए जाने की मांग की है। महत्वपूर्ण बात यह ह कि सहकारी बैंक कोलारस में ही 100 करोड़ का घोटाला हुआ था, जिसमें हजारों लोगों का पैसा फंसा हुआ है, और अब जीटी कंपनी चूना लगा गई।
गौरतलब है कि SD न्यूज ने पहले ही चेताया था कि जीटी कंपनी जिस तरह के प्रलोभन दे रही है, वो कोई चिटफंड कंपनी ही है। इस कंपनी के ऑफिस का रिबन काटने पूर्व मगर परिषद अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे आए थे। चूंकि रविन्द्र एक लंबे समय तक नगर परिषद की कमा संभाले रहे, इसलिए स्थानीय लोगों ने भरोसा करके इस कंपनी में बड़ी संख्या में लोगों ने आईडी बनवा ली। बमुश्किल एक महीने रुकने के बाद यह कंपनी कोलारस सहित आसपास के लोगों से भी लगभग 100 करोड़ रुपए का चूना लगा गई।
बिना कुछ किए ही रातोरात करोड़पति बनने की चाहत में लोगों ने अपनी जमा पूंजी लगा दी, और अब कंपनी के भागने के बाद उससे पैसा वापस दिलवाने के लिए एसडीएम और एसडीओपी की दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। इसमें विचारणीय प्रश्न यह भी है कि स्थानीय प्रशासन ने तो कंपनी के बारे में कोई जांच पड़ताल नहीं की, लेकिन जो नेताजी रिबन काटने गए, उन्होंने भी यह देखने की जहमत नहीं उठाई कि उनके क्षेत्र की जनता कहीं ठगों के हाथ लूट न जाए। इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि जो भी दो नम्बर के काम हो रहे हैं, वो कोलारस विधानसभा में ही क्यों हो रहे हैं..?
बोले एसडीएम: कराएंगे जांच
हमारे पास कुछ लोगों की शिकायत आई है, जिसकी हम जांच करवा यह हैं। जांच के बाद ही बता पाएंगे, कि आखिर हुआ क्या है।
अनूप श्रीवास्तव, एसडीएम कोलारस

एसडीएम ऑफिस में शिकायती आवेदन देते जीटी कंपनी की ठगी का शिकार हुए लोग






