
सिंधिया के क्षेत्र में हालात हो रहे बेकाबू, भरोसेमंद विधायक के नशे से जुड़े तार, इस्तीफा प्रथा जारी
नगरपालिका शिवपुरी में 18 पार्षदों के बाद बदरवास जनपद के 13 सदस्यों का इस्तीफा
शिवपुरी। यूं तो गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में शिवपुरी के अलावा गुना, अशोकनगर और डिंडोरी में स्थिति अच्छी नहीं है। गुना में भी नगरपालिका अध्यक्ष के खिलाफ पार्षद लामबंद हैं, तो वहीं शिवपुरी में तो 18 पार्षद इस्तीफा दे चुके हैं। अभी यह मामला शांत हुआ भी नहीं था कि कोलारस विधानसभा की बदरवास जनपद के 13 सदस्यों ने इस्तीफा आज एडीएम को सौंप दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि शिवपुरी में जिस नशे के खिलाफ खुद केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने पुलिस को निर्देश दिए, उस खेल के खुद उनके ही खास सिपहसलार कोलारस विधायक के नाम की शिकायत उनसे की गई है। अब ऐसे में सिंधिया खुद असमंजस में फंस गए, क्योंकि शिवपुरी नपा को अभी सम्भाल भी नहीं पाए थे कि तब तक कोलारस विधानसभा के दो मामलों ने उन्हें उलझा दिया।
नगरपालिका शिवपुरी में खुल्ला भ्रष्टाचार हुआ, यह प्रशासनिक जांच में प्रमाणित हो गया। इस जांच को करवाने वाले क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मामले में कोई कार्यवाही इसलिए नहीं कर पाए, क्योंकि ऐसे ही हालात दतिया और गुना सहित प्रदेश के कई जिलों में है। सिंधिया ने अपने खासमखास सिपहसलार और शिवपुरी के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को शिवपुरी सोमवार को भेजकर स्थिति को किसी यह नियंत्रित करवाया, लेकिन मंगलवार को बदरवास जनपद के 25 सदस्यों में से 13 सदस्यों ने शिवपुरी कलेक्ट्रेट आकर एडीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
शिवपुरी शहर के बाद जिले की उस कोलारस विधानसभा में विद्रोह शुरू हो गया, जहां के विधायक सिंधिया के खास सिपहसलार हैं। आज कोलारस विधानसभा की बदरवास जनपद के 25 सदस्यों में से 13 सदस्यों के इस्तीफा देने से जनपद अब अल्पमत में आ गई। यह मामला अभी सुलट भी नहीं पाया कि सिंधिया के खास सिपहसलार कोलारस विधायक महेंद्र यादव पर ही 6 करोड़ की चरस के साथ पकड़ा गया संदीप सरदार के साथ नजदीकी रिश्ते होने की शिकायत सिंधिया से की गई है।
इस पूरे घटनाक्रम का रोचक पहलू यह है कि भाजपा के संसदीय क्षेत्र में हो रहे नशे के कारोबार सहित अन्य मामलों की शिकायत करने वाला कोई विपक्षी यानि कांग्रेस का न होकर भाजपा के।ही लोगों। ने शिकायत की है। ज्ञात रहे कि सिंधिया ने संसद बनने के बाद शिवपुरी से बाहर अपने संसदीय क्षेत्र में यह दावा किया था कि उनके कार्यकाल में माफियाराज नहीं चलेगा, लेकिन शिवपुरी नगरपालिका में जहां भ्रष्टाचारा का माफिया तो वहीं कोलारस में नशे का माफिया उनके ही नजदीकी के संरक्षण में फलता- फूलता रहा है। अब ऐसे में शिवपुरी जिले की जनता सिंधिया पर कैसे भरोसा करे, जबकि सभी गलत कामों में उनके ही नजदीकी उलझे पड़े हैं।
करेरा जनपद।में भी चल रही तैयारी
जिले की करेरा विधानसभा भले ही ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में आती हैं, लेकिन करेरा जनपद की कमान सिंधिया के चहेते जसमंत जाटव के बेटे पुष्पेंद्र जाटव अध्यक्ष के पद पर काबिज हैं। सूत्रों की मानें तो बदरवास के बाद अब करेरा की जनपद में भी इसी तरह का विरोध अध्यक्ष के खिलाफ उपज रहा है, और वहां के जनपद सदस्य कभी भी अपना इस्तीफा पेश कर सकते हैं।
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