September 30, 2025
घटना से आहट दुकानदार, बदला बदरवास नगर का माहौल, शाम ढलते ही हो जाते हम में कैद, सिंधिया से लगाई गुहार

घटना से आहट दुकानदार, बदला बदरवास नगर का माहौल, शाम ढलते ही हो जाते हम में कैद, सिंधिया से लगाई गुहार
व्यापारी बदल रहे ठिकाना, बिगड़ रहा जिले का बड़ा व्यापारिक केंद्र, आपसी सदभाव भी बिगड़ा

शिवपुरी। पिछले दिनों बदरवास की शांत फिजा में आपसी वैमनस्यता का जो जहर घोला गया, उसमें नगर में असुरक्षा का माहौल निर्मित हो गया। बाजार में भी व्यवसाई वर्ग के युवा और बच्चे शाम ढलते ही अपने घरों में कैद हो जाते हैं। अब नगर में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे व्यापारी वर्ग ने क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी गुहार लगाई है। स्थानीय विधायक की भूमिका संदिग्ध होने की वजह से लोग अब शांत रहकर लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व यानि चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। इस पॉलिटिकल खींचतान में जिले का एक बड़ा व्यापारिक केंद्र दूसरे जिले में शिफ्ट हो जाने की चर्चा सरगर्म है, तथा व्यापारी भी यह बात कह चुके हैं। इसमें सबसे अधिक सोचनीय पहलू यह है कि किसी भी विपदा में सबसे पहले साथ खड़े होने वाले पड़ोसियों में मत और मनभेद हो गया।
गौरतलब है कि बीते तीन दिन पूर्व बदरवास में एकाएक रेलियां निकलीं, पुलिस थाना घेरा गया, एक युवा नेता ने अपने साथियों के बीच जोश भरा भाषण दिया, जिसे पीछे खड़े होकर एसडीओपी भी सुनते रहे। उस घटनाक्रम के बाद से बदरवास नगर में एक अजीब सी शांति छा गई। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि स्थानीय विधायक (जिन्हें समाज के लोगों के अलावा व्यवसाई वर्ग ने भी वोट दिया था) कहीं नजर नहीं आए। जबकि इस दौरान व्यापारी संगठन के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू, पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी पीड़ित व्यवसाई से मिलने गए थे। लेकिन कोलारस विधायक महेंद्र यादव इस दौरान कहीं भी नजर नहीं आए। बदरवास में बिगड़े इस माहौल के बीच स्थानीय व्यापारी बल्ली अग्रवाल का कहना है कि ऐसे हालातों के व्यापारी अपना कारोबार नहीं के पाएगा, इसलिए अब यहां का व्यापारी गुना, शिवपुरी या अन्य जगह अपना माल बेचेगा। चूंकि घर-बार तो थीं बनाया है, इसलिए यहां रुके हुए हैं। उन्होंने बताया कि हमने अपनी सुरक्षा की गुहार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी से भी लगाई है।

एक सार्थक पहल की जरूरत

किसी भी विवाद में नाराजगी का कुछ समय निश्चित होता है, लेकिन उसके बाद फिर कई और बातें भी लोग सोचने लगते हैं। जैसे किसी के रिश्तेदार पूरे देश में बिखरे हों, लेकिन कोई विपत्ति आने पर सबसे पहले उसका पड़ोसी खड़ा होता है। इसलिए कहा भी गया है कि अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखो। यदि स्थानीय विधायक सहित और भी कुछ समझदार लोग एक सार्थक पहल करें, तो मुझे लगता है कि माहौल बदल सकता है।क्योंकि इस पूरे एपीसोड से फायदा किसको हुआ, यह तो पता नहीं, लेकिन नुकसान स्थानीय लोगों को हो रहा है, और होगा….

घटना से आहट दुकानदार, बदला बदरवास नगर का माहौल, शाम ढलते ही हो जाते हम में कैद, सिंधिया से लगाई गुहार

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