
बगीचा सरकार की टीम ने एसडीएम को दिए दो ज्ञापन: 17 से माधव चौक पर क्रमिक अनशन
नहीं दी स्वीकृति तो 1 दिसंबर से कलेक्ट्रेट में इस्तीफे स्वीकार कराने के लिए देंगे धरना
शिवपुरी। नगरपालिका अध्यक्ष हटाओ-शहर बचाओ अभियान में जुटी बगीचा सरकार की टीम में शामिल पार्षदों ने शिवपुरी एसडीएम को दो आवेदन दिए। जिसमें पहला शहर के हृदय स्थल माधव चौक पर आगामी 17 नवम्बर से अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन करेंगे। यह प्रदर्शन नगरपालिका में किए जा रहे घोटालों के खिलाफ होगा। यदि प्रशासन पार्षदों को माधव चौक पर क्रमिक अनशन की परमीशन नहीं देता, तो फिर वो 1 दिसंबर से कलेक्ट्रेट में अनशन पर बैठेंगे। जिसमें मांग यह रहेगी कि हमने दो बार इस्तीफा दिए, लेकिन उन्हें स्वीकार क्यों नहीं किया गया, साथ ही भ्रष्टाचार के दर्ज मामले में अन्य जिम्मेदारों के नाम जोड़े जाएं।
पार्षदों ने यह आवेदन 11 नवंबर को दिया था, लेकिन उसमें यह उल्लेख नहीं किया था कि कितनी तारीख से अनशन करेंगे। इसलिए आज फिर आवेदन में तारीख बड़ा दी। नपाध्यक्ष की कार्य प्रणाली से परेशान भाजपा के पार्षद ने बुधवार को प्रभारी मंत्री के सामने अपना दर्द बया किया। हालांकि मंत्री ने पार्षद को समझाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन पार्षद ने नगरपालिका में हो रहे घोटाले की जानकारी देकर कार्यवाही की मांग की।
कौन सी अदृश्य शक्ति रोके हुए है ..?
नगरपालिका शिवपुरी में हो रहे घोटाले जांच में प्रमाणित होते जा रहे हैं। जिनमें नपाध्यक्ष सहित अन्य जिम्मेदारों की संलिप्तता की बात जिला न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट ने अपने जमानत निरस्ती आदेश में भी लिखी है। जैसे ही भ्रष्टाचार के दर्ज मामले में नाम जुड़ेगा, तो अध्यक्ष की कुर्सी चली जाएगी। इसके लिए भी पार्षद 20 दिन पहले पुलिस अधीक्षक को आवेदन दे चुके हैं। लेकिन कोई अदृश्य शक्ति नपाध्यक्ष को कुर्सी पर रोके हुए है।
नपा में घमासान, तो कैसे संवरेगा शहर?
अभी हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से डिजिटल ऑनलाइन बात की। जिसमें उन्होंने शिवपुरी शहर को आधुनिक पर्यटन नगरी बनाया जाए। लेकिन जिस नगरपालिका की यह जिम्मेदारी है, उसमें तो घमासान मचा हुआ है। ऐसे में यह शहर कैसे खूबसूरत बन पाएगा, जो बात कल प्रभारी मंत्री कह रहे थे।

पार्षदों द्वारा एसडीएम को दिया गया आवेदन





