
आजादी के पर्व पर प्रभारी मंत्री ने छीन ली अधिकारी-कर्मचारियों की आजादी
जाना था दोपहर 12 बजे, रवाना हुए आधी रात को, पार्षदों वा नपाध्यक्ष से अलग मिले
शिवपुरी। अभी तक यह होता था कि आजादी के पर्व में शामिल होने के बाद दोपहर 12-1 बजे तक मुख्य अतिथि रवानगी डाल देते थे। जिसके बाद अधिकारी-कर्मचारी भी आजादी महसूस करते थे। इस बार भी मुख्य अतिथि की रवानगी दोपहर 12 बजे होनी थी, लेकिन वो आधी रात तक सर्किट हाउस में डटे रहे। इस दौरान वो असंतुष्ट पार्षदों के अलावा नपाध्यक्ष से भी मिले।
गौरतलब है कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और शिवपुरी के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य आयोजन में भागीदारी निभाई। उसके बाद स्कूल में छात्राओं के साथ भोजन करने के बाद उन्होंने सर्किट हाउस में शरण ली। चूंकि पहले उनका जो कार्यक्रम आया था, उसमें उन्हें दोपहर 12 बजे रवानगी डालनी थी। लेकिन प्रभारी मंत्री सर्किट हाउस में सोते-उठते रहे, तथा अधिकारी और कर्मचारी भी रात 12 बजे तक उनकी चाकरी में लगे रहकर आजाद के पर्व पर भी बंधन में रहे।
इस दौरान प्रभारी मंत्री ने शिवपुरी नगरपालिका के असंतुष्ट पार्षदों से मुलाकात की। जिसमें उन्होंने पार्षदों से पूछा कि आप लोगों। की क्या मांग है, पार्षदों ने वो ही मांग दोहराते हुए कहा कि नपाध्यक्ष का इस्तीफा। इस पर प्रभारी मंत्री ने पूछा कि इसके अलावा अन्य कोई बीच का रास्ता, तो पार्षदों ने दो टूक कह दिया कि कोई नहीं। इसके बाद मंत्री ने पूछा कि उन्हें हटाकर किसे बनाना है, तो अभी ने कहा कि जो शीर्षस्थ नेतृत्व तय करेगा, हम उसके साथ हैं।
बताते हैं कि नगरपालिका में नपाध्यक्ष ने मात्र तीन पार्षदों। के साथ तिरंगा फहराया। इसके बाद वो अपने चंद पार्षदों के साथ प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंची। सभी की दी गई समयावधि भी खत्म हो गई, लेकिन अभी तक फैसला कुछ नहीं हो पाया।

स्कूल में छात्राओं के साथ भोजन करते प्रभारी मंत्री







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