
अशोकनगर की भाजपा सूची में 40 फीसदी सिंधियानिष्ठ, शिवपुरी में क्या अधिक रहेगा आंकड़ा
ग्वालियर-चंबल में तोमर वर्सेस सिंधिया की जंग में भाजपा कार्यकारिणी को लेकर उठ रहे सवाल
शिवपुरी। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में आने वाले अशोकनगर जिले की भाजपा कार्यकारिणी सोमवार को घोषित हो गई। जिसमें 18 पदाधिकारियों में से 7 पद सिंधियानिष्ठ नेताओं को मिले हैं। इस तरह 40 फीसदी पदों पर आयातित भाजपा नेता काबिज हो गए, तथा शिवपुरी में यह आंकड़ा अधिक होने की सुगबुगाहट चल रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में चल रही तोमर वर्सेस सिंधिया की राजनीति के बीच बनने वाली कार्यकारिणी में किन नामों को शामिल किया गया, यह देखना अब दिलचस्प होगा।
अशोकनगर जिले में पुराने भाजपा नेताओं के अलावा भाजपा के प्रदेश महामंत्री हितानंद शर्मा का भी पूरा दखल रहता है। यही वजह है कि 18 में से 7 पदों पर ही सिंधिया के नजदीकियों। को सूची में जगह दी गई, जबकि शेष 11 में पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं और हितानंद शर्मा के नजदीकियों को एडजेस्ट किया गया।
इधर शिवपुरी में भाजपा की कार्यकारिणी में सिंधियानिष्ठ और तोमर गुट के नेताओं के बीच मैच होगा, क्योंकि पिछली सूची में केवल तोमर गुट ही हावी रहा था। चूंकि शिवपुरी में तीसरा कोई नेता इतना दमदार नहीं है कि वो अपने नजदीकी कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में कोई पद दिलवा पाए। ऐसे में शिवपुरी की सूची में सिंधिया के नजदीकियों का आंकड़ा 50 फीसदी से अधिक होना माना जा रहा है, तो ऐसे में शेष बचे फिफ्टी परसेंट कार्यकर्ता किस गुट के होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।
जिलाध्यक्ष की सूची भी खाली
यूं तो कार्यकारिणी में जिलाध्यक्ष के नजदीकी भी पदाधिकारी बन जाते हैं, लेकिन शिवपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष की कोई खास भूमिका सूची में नजर नहीं आएगी। क्योंकि जिलाध्यक्ष की नियुक्ति ही पुराने भाजपा नेताओं को पच नहीं पा रही, ऐसे में कार्यकारिणी में उनके चहेतों को जगह मिल पाएगी, इसमें संशय बना हुआ है।