
अब शहर में पानी की समस्या गहराई, फिल्टर प्लांट पर एक पंप से सप्लाई
3 माह से नहीं मिला कर्मचारियों को वेतन, सीएमओ बोले: अभी मेरे हस्ताक्षर अपडेट नहीं हुए
शिवपुरी। भ्रष्टाचार के लिए कुख्यात हो चुकी नगरपालिका की लापरवाही से अब शिवपुरी शहर में पानी का संकट गहरा गया। सिंध जलावर्धन योजना के सतनबाड़ा स्थित फिल्टर प्लांट से एक ही पंप से सप्लाई हो रही है, जिसके चलते शहर की टंकिया नहीं भर पा रहीं। पानी का काम देख रहे कर्मचारियों को पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिला, इसलिए वो भी काम करने के मूड में नहीं है। इधर नपा सीएमओ का कहना है कि मेरे हस्ताक्षर अपडेट नहीं हो पाए, इसलिए वेतन नहीं भुगतान हो पाया। इन बिगड़े हालातों के बीच शिवपुरी शहर की जनता उमस भरी गर्मी के बीच पानी के लिए परेशान हो रही है।
शहर को 2 महीने तक सिंध का गंदा पानी पिलाने वाली नगरपालिका शिवपुरी ने जब प्रभारी मंत्री के कहने पर एलम ब्लीचिंग खरीदकर डलवाई, तो कुछ दिन पानी साफ आया। अब पिछले कुछ समय से पानी फिर गंदा आने लगा था, जो पिछले दो दिन से नहीं आ रहा। इसकी वजह यह है कि फिल्टर प्लांट के एक पंप की केबल जल जाने से उस पंप ने सप्लाई बंद के दी। अब केवल एक पंप से जो पानी आ रहा है, उसका प्रेशर इतना कम है कि वो केवल सांपबेल ही भर पा रहा है, जबकि टंकिया सूखी पड़ी हैं। शहर के 90 फीसदी एरिया में टंकियों से सप्लाई होती है, जो अब बंद हो गई।
नगरपालिका में भ्रष्टाचार करके बिना काम किए करोड़ों रुपए के भुगतान करके अपनी जेब भरें हैं, लेकिन काम करने वाले पंप अटेंडरों और सिंध प्लांट के कर्मचारियों को वेतन देने को पैसा नहीं है। पिछले मंगलवार को पंप स्टेंडरों ने जनसुनवाई में शिकायत की थी, और अब सिंध प्लांट के कर्मचारी अघोषित काम बंद हड़ताल पर हैं।
बोले सीएमओ: जल्द शुरू होगा पंप
मेरे सिग्नेचर अपडेट नहीं हुए हैं, इसलिए वेतन लेट हो गया। मैने फिल्टर प्लांट के सुपरवाइजर का 3 माह का वेतन काटकर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया है, क्योंकि वो प्लांट ओर रहता नहीं है, और वहां के बारे में जानकारी नहीं देता है। हम कोशिश कर रहे हैं कि जल्द पंप शुरू हो जाए।
इशांक धाकड़, सीएमओ नपा शिवपुरी
सतनबाड़ा स्थित फिल्टर प्लांट, जिसका एक पंप हो गया बंद