
बेसमेंट में जमीन के अंदर से निकल रहा पानी कमरों में भरा, टिल्लू की मदद से कर रहे खाली
सिंध जलावर्धन के पाइप में लीकेज से पानी जमीन के अंदर से आ रहा, लाखों का नुकसान
शिवपुरी। सिंध जलावर्धन योजना ने भले ही शहर में गहराई पेयजल समस्या को काफी हद तक दूर कर दिया, लेकिन इसके पाइप लाइन लीकेज लोगों के लिए परेशानी बने हुए हैं। ग्वालियर नाके के पास एक बेसमेंट में लगातार पानी जमीन के अंदर से निकलने की वजह से भवन मालिक को लाखों का नुकसान हो गया।
नरवर के मड़ीखेड़ा डैम से सिंध जलावर्धन की पाइप लाइन सतनबाड़ा फिल्टर प्लांट से ग्वालियर नाके तक आई है। ग्वालियर नाके के पास अभी भी पुरानी प्लास्टिक पाइप लाइन डली हुई है, जो बायपास के आसपास दो जगह से लीकेज है, जिसमें से लगातार पानी निकल कर आसपास जमीन के अंदर से बुलबुलों के रूप में मौजूद बेसमेंट के अंदर भर रहा है। ग्वालियर नाके।के पास ही बेसमेंट के मालिक रामनेंद्र सिंह बेस ने बताया कि मैने बच्चों की पढ़ाई के लिए बेसमेंट में लाइब्रेरी बनवाने में 15 लाख रुपए खर्च किए थे। लेकिन बेसमेंट में लगी टाइल्स के अंदर से पानी बुलबुलों के रूप में इतनी तेजी से आ रहा है कि कुछ ही समय में कमरे आधे भर जाते हैं। जिसके चलते लाइब्रेरी बंद कर दी, तथा नीच कमरों में रखा सामान भी बेकार हो रहा है।
रामेंद्र ने बताया कि इस परेशानी से मै अकेला ही नहीं, बल्कि आसपास रहने वाले दूसरे लोग भी परेशान है। क्योंकि पुरानी पाइप लाइन के लीकेज से लगातार पानी जमीन के अंदर वाटर लेवल को इतना अधिक बढ़ा रहा है, कि जमीन के अंदर से पानी रिसकर घरों और दुकानों में भर रहा है। जब तक इस एरिया में भी पुरानी प्लास्टिक पाइप लाइन की जगह लोहे के पाइप नहीं डाले जाएंगे, तब तक यह समस्या बनी रहेगी।
लाइन लीकेज बन रही समस्या
पहले रॉ वाटर एवं फिल्टर प्लांट से शहर तक साफ पानी की लाइन में लीकेज होने से आए दिन सप्लाई ठप हो जाती थी। अब जबकि इस लाइन को बदल दिया गया है, लेकिन तब तक शहर में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन के लीकेज जहा एक तरफ लोगों के लिए समस्या बन रहे हैं, तो वहीं पानी की बरबादी भी लगातार हो रही है।

बेसमेंट में भरा पानी टिल्लू से निकालते हुए






