
आक्रोशित किसान ने सिरसौद-पिछोर पर किया चक्काजाम, मूंगफली ठगने वाले व्यापारी पर कार्यवाही की मांग
हर कट्टे पर 2 किलो मूंगफली लेने वाले व्यापारी का साथ देने का पुलिस पर आरोप, जाम खोला-भूख हड़ताल जारी
शिवपुरी। जिले के पिछोर विधानसभा में चक्का जाम की घटनाएं एकाएक बढ़ गईं। सोमवार को सिरसौद-पिछोर रोड पर भोंती बस स्टेंड के सामने आक्रोशित किसानों ने चक्काजाम कर दिया। पीड़ित किसानों का आरोप है कि भौंती के व्यापारी ने किसान से प्रति कट्टा 2 किलो मूंगफली अधिक लेकर उसके साथ ठगी की है। पुलिस ने किसान की शिकायत पर व्यापारी के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाए उल्टे पीड़ित पक्ष के साथ अभद्रता की है, ऐसा आरोप लगाया है। पुलिस वालो को इस थाने से हटाने तथा व्यापारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए जाने के लिए आज चक्काजाम किया। बाद में डिप्टी कलेक्टर ममता कोली सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया, जबकि उनकी भूख हड़ताल अभी जारी है।
यह है मामला:
पिछोर की नयागांव पंचायत के ग्राम काराखेत निवासी रामदास लोधी अपनी मूंगफली बेचने बीते शुक्रवार को भौंती के व्यापारी वीरेंद्र बिलैया के पास लगभग 50 कट्टा मूंगफली बेचने आया। रामदास पिछले लंबे समय से उक्त व्यापारी को फसल बेच रहा है। इस बार जब रामदास ने व्यापारी के यहां जो तौल हुई, उस कट्टे को दूसरी जगह तुलवाया तो 2 किलो अधिक मूंगफली निकली। यानि किसान के प्रति कट्टा 2 किलो अधिक मूंगफली लेकर व्यापारी ने किसान के साथ धोखाधड़ी की है।
नहीं ली शिकायत, किसान से की अभद्रता
जाम लगाने वाले लोगों का आरोप था कि भौंती थाना पुलिस ने हमारा आवेदन नहीं लिया, जबकि व्यापारी की शिकायत के ली थी। इतना ही नहीं उन्होंने तो पुलिस पर मोबाइल तोड़ने और मूंछ खींचने का आरोप भी लगाया। पीड़ित का कहना है कि भौंती थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग देख ली जाए, सब स्पष्ट हो जाएगा।
चक्काजाम के दौरान भी हुई बहस
आज सुबह से लगे चक्काजाम को खुलवाने के लिए शिवपुरी से डिप्टी कलेक्टर ममता कोली पहुंची। उनके सामने पीड़ित किसानों ने थाना प्रभारी मनोज राजपूत पर जब असुनवाई का आरोप लगाया, तो राजपूत बोले कि तुम्हारी भी शिकायत ले ली थी। उनके बीच शुरू हुई बहस को ममता ने रुकवाया। तब किसान चक्काजाम खोलने को तैयार हुए, जबकि उनकी भूख हड़ताल जारी है।
परेशान किसान, हर कोई ठग रहा
– इस बार प्रकृति ने किसान की फसलों को बर्बाद करके उसे पहले ही नुकसान पहुंचा दिया।
– आधी रात से खाद के लिए लाइन में लगने वाला किसान जब अपनी उपज बेचने आ रहा है, तो उसे व्यापारी इस तरह लूट रहे हैं।
– परेशान किसान की जब पुलिस भी नहीं सुन रही, तो वो नाराज होकर सड़क पर बैठकर मजबूरी में जाम लगा रहा, इस उम्मीद में कि शायद सुनवाई जो जाए।
– हमारे नेता तो किसान की इतनी सेवा करने और उन्हें लाभ देने का दावा करते हैं, लेकिन सच्चाई उससे उलट है।

व्यापारी व पुलिस के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर चक्काजाम करते किसान





