
जिसका रिबन रविंद्र शिवहरे ने काटा, वो कंपनी लोगों की जेब काटकर, करोड़ों समेट ले गई
बोले एसपी: जीटी कोई कंपनी नहीं, तीन लोगों ने बिना दस्तावेज के ठगे रुपए, फिर मामला दर्ज, जनता भटकती रहेगी
शिवपुरी। जिले की कोलारस विधानसभा में हाइवे किनारे एक ऑफीस खुला, जिसका रिबन पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे ने काटा था। वो जीटी कंपनी लोगों की जेब काटकर करोड़ों रुपए समेट कर ले गई। हद तो तब हो गई जब पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने कहा कि जीटी नाम की कोई कंपनी थी ही नहीं। तीन लोगों ने बिना दस्तावेज के लोगों से हजारों रुपए जमा कराए थे, इसलिए हमने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने अपना काम कर दिया, अब जनता अपने पैसे के लिए भटकती रहेगी, जैसे पर्ल्स ग्रीन, सहारा, सहकारी बैंक, सेनेटरी पैड कंपनी में करोड़ों रुपए फंसाकर लोग, अपने पैसों के लिए ही भटक रहे हैं।
कोलारस नगर में से गुजरे हाइवे के किनारे जब जीटी कंपनी का ऑफिस खुला, तो उसको सोशल मीडिया पर लाइव उसी कंपनी से जुड़े लोगों ने चलाया। जिसमें मुख्य अतिथि रविंद्र शिवहरे को ओपनिंग करते हुए दिखाया। चूंकि रविन्द्र एक लंबे समय से कोलारस नगर परिषद के अध्यक्ष रहे, इसलिए जब उन्होंने कंपनी के ऑफिस का उद्घाटन किया, तो स्थानीय लोगों सहित अन्य लोगों ने भी यह भरोसा करके कि नेताजी ने फीता काटा है, तो कंपनी सही होगी, उसमें अपना पैसा फंसा दिया। लोगों को हर दिन रुपए देने और करोड़पति बनाने का लालच देकर कंपनी ने लगभग 90 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगा दिया। कंपनी में पैसा फंसाने वाले लोग परेशान होकर अब एसडीएम, एसडीओपी व एसपी को आवेदन देकर अपना पैसा मांगते फिर रहे हैं, और रिबन काटने वाले नेताजी चैन की नींद सो रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
शिवपुरी को यदि घोटालों और ठगी का केंद्र कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। सरकारी विभागों में करोड़ों रुपए के घोटाले करके लोगों का पैसा लेकर अधिकारी चंपत हो गए, तो वहीं ठगों ने भी शिवपुरी को अपना केंद्र बना लिया है। शहर सहित जिले की महिलाओं ने सेनेटरी पैड में भी अपनी जमा पूंजी फंसाई, सारा में पैसा जमा किया, पर्ल्स ग्रीन में भी पैसा जमा किया, तथा सहकारी बैंक को सुरक्षित समझकर जिले के हजारों लोगों ने अपना पैसा जमा किया, लेकिन उसमें भी रखवालों ने डकैती डाल दी। अब लोग अपना ही जमा पैसा नहीं निकाल पा रहे। हर बार पुलिस एफआईआर दर्ज के लेती है, तो अब जीटी कंपनी चलाने वाले तीन लोगों (तीनों धाकड़) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।






