
शिवपुरी में जमीनों का गड़बड़झाला देख खुद राजस्व विभाग के मुखिया भी हतप्रभ
कहीं जमीन के लिए बहा रहे खून, तो कहीं ऑनलाइन रिकॉर्ड में हेराफेरी, फर्जी कमिश्नर का आदेश भी लाने से परहेज नहीं
शिवपुरी। जमीनों के जो मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें देख राजस्व विभाग के मुखिया व कलेक्टर खुद भी हतप्रभ हैं। उनका तो यहां तक कहना है कि लोग किस हद तक फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। जमीन पर कब्जे को लेकर कहीं खून बहाया जा रहा है, तो कहीं ऑनलाइन रिकॉर्ड में हेराफेरी करके अवैध वसूली की तैयारी है। एक ने तो हद ही कर दी, और कमिश्नर का फर्जी आदेश दिखाकर विक्रय से वर्जित भूमि ही बेच दी। इन मामलों में राजस्व के जिम्मेदारों पर भले ही कार्यवाही नहीं हो रही, लेकिन मामले।में फंसाने और बचाने के नाम पर पुलिस अपना हिस्सा जरूर पहले ही ले लेती है।
शिवपुरी जिले में जमीनों का इतना बड़ा घोटाला है कि यदि निष्पक्ष जांच हो जाए तो हम प्रदेश में टॉपर होंगे। कुछ चर्चित मामलों पर नजर डालें तो इसमें पहला मामला शिवपुरी शहर के मुख्य बाजार कोर्ट रोड का है, जिसमें मौजूद टोडरमल सिफारिशमल ट्रस्ट की 40 हजार वर्गफुट जमीन को बेचने का षड्यंत्र जब प्रशासन ने पकड़कर उसे खारिज किया, तो भूमाफिया ने नगरपालिका से खंडहर की एनओसी लेकर जिला न्यायालय में मामला लगा दिया। हालांकि बीच बाजार स्थित उक्त भूमि पर काबिज दुकानदार भी इसके विरोध में लामबंद हो गए हैं।
आए थे कब्जा करने, पहुंचे अस्पताल
पोहरी रोड पर पुलिस पेट्रोल पंप के सामने रघुवीर कुशवाह की मां कलावती के नाम पर प्लॉट है, जिसका केस वो 24 अक्टूबर 2019 को जीत चुके हैं, लेकिन संतोष शर्मा ने अपनी रजिस्ट्री दिखाकर उस पर कब्जे के लिए कुछ किराए के इकट्ठे कर वहां भेज दिए। जिसमें दोनों तरफ से लाठियां चली, खून बहा और घायल अस्पताल में हैं। बताते हैं कि जो लोग कब्जा करने पहुंचे थे, उनका यही काम है। इस केस ने शहर में कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया।
विक्रय से वर्जित जमीन का बनाया फर्जी आदेश
नीमच जिले के प्रेमशंकर ताबड़े ने ग्राम मोहरी में अपनी 7 बीघा विक्रय से वर्जित भूमि की परमीशन का कमिश्नर ग्वालियर का फर्जी आदेश बनाकर रजिस्ट्रार को दिखाया, और वो जमीन एडवोकेट जितेंद्र गोयल को बेच दी। तहसीलदार शिवपुरी सिद्धार्थ शर्मा ने फर्जीवाड़ा पकड़ लिया, और एफआईआर दर्ज करा दी। लेकिन इसमें पटवारी व खरीदार के नाम प्रकरण में शामिल नहीं किए, जिसके बदले में बड़े लेनदेन की चर्चा है।
पटवारियों के सामने हमला
बीते 4 नवंबर को ग्राम सिंहनीवास के पास बायपास रोड पर जमीन नापने गए 4 पटवारियों के सामने ही दूसरी पार्टी ने लाठियों से हमला बोल दिया। जिसकी एफआईआर दर्ज हुई है।
कलेक्टर करवा रहे जांच, टीआई लगा रहे फोन
करेरा में भी राजस्व विभाग के जाबांज पटवारी और तहसील के बाबू ने मिलकर दो बार रजिस्ट्री और नामांतरण करने के बाद ऑनलाइन नामांतरण चढ़ाने के बाद हटा दिया। इस डिजिटल फ्रॉड की जांच कलेक्टर करवा रहे हैं, लेकिन करेरा टीआई पार्टी को फोन करके सेटलमेंट की सलाह दे रहे हैं।
बोले कलेक्टर: यहां तो बहुत है फर्जीवाड़ा
शिवपुरी में जमीनों के मामलों में बहुत गड़बड़ी है, जिसमें कुछ जगह राजस्व अमले की भी गलती है। लोग कमिश्नर का फर्जी आदेश बनाने से भी नहीं हिचक रहे। मेरे सामने जो मामले आ रहे हैं, उनमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
रविंद्र चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी

मुख्य बाजार कोर्ट रोड पर टोडरमल ट्रस्ट की जमीन






