
आ गई दीवाली- सजने लगा आतिशबाजी का बाजार, घाटे में ठेका कैसे ले लिया ठेकेदार ने?
किसान के पास पैसा ना होने से बाजार के विपरीत में उत्साह कम, अतिवर्षा ने तबाह कर दीं थीं फसल
शिवपुरी। शिवपुरी शहर के गांधी पार्क और सिद्धेश्वर मेला ग्राउंड के पास आतिशबाजी की दुकानें लगने लगीं। गांधी पार्क में 10 बाई 10 की 116 दुकानें, जबकि मेला ग्राउंड पर 20 दुकान लगाई गई।
शिवपुरी शहर में लग रहे आतिशबाजी के बाजार में एक दुकानदार को 8 हजार रुपए में सहगल टैंट हाउस टीनशेड, तख्त और कुर्सियां लगाकर दे रहा है। जबकि नगरपालिका से ठेका लेने वाला ठेकेदार 2200 रुपए प्रति दुकानदार जगह की वसूली करेगा। इसके बाद पुलिस अभी फिल्म में आना बाकी है।
आतिशबाजी का ठेका 4 लाख 71 हजार रुपए।में लिया है, लेकिन दुकानों के हिसाब से ठेकेदार को 3 लाख 20 हजार रुपए मिल पा रहे हैं। तो फिर ठेकेदार क्या घाटे में आतिशबाजी बाजार लगवा रहा है, या फिर टैंट वाले से भी कुछ लेनदेन है।
गांधी पार्क में दुकानों के पीछे गंदगी पड़ी है, तथा दुकानों वाली जगह भी साफ करके नहीं दी।आतिशबाजी की दुकानों के पीछे कचरा हो से यह खतरा भी बना हुआ है, कि यदि किसी ने बीड़ी पीकर कचरे में फेंक दी, तो इस बाजार को खतरा उत्पन्न हो जाएगा। फिलहाल दीवाली की तैयारिया शहर में चरम पर हैं।
शिवपुरी शहर का त्योहारी बाजार आसपास के ग्रामों में रहने वाले किसान की दम पर चलता है। इन दिनों में किसान की फसल तैयार होकर बाजार में बिकती थी, और उससे मिलने वाला पैसा लेकर जब किसान बाजार में आता था, तो दुकान पर महंगे आयाम दिखाने को कहता था। दिवाली में अब दो दिन शेष हैं, लेकिन बाजार में वो रौनक नहीं है, क्योंकि किसान की जेब मौसम ने काट ली। अतिवर्षा होने की वजह से खेतों में फसल बर्बाद हो गई, इसलिए किसान अलावा व्यापारी भी दिवाली पर निराश है।

गांधी पार्क में सज रहा आतिशबाजी का बाजार







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