
प्रशासनिक अधिकारियों की अकर्मण्यता की भेंट चढ़ा फिटनेस का डोज, जिम्मेदार रहे नदारद
8 की जगह सुबह 9 बजे शुरू हुई साइकिल रैली, ग्राउंड से ही पकड़ लिए अतिथि, अधिकारी रहे दूर
शिवपुरी। यूं तो शिवपुरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं किया जा रहा। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज रविवार को फिटनेस का डोज, नाम से साइकिल रैली का आयोजन किया गया। एक घंटा देरी से शुरू हुई इस रेली में शामिल बच्चों का उत्साहवर्धन करने को ना तो खेल विभाग से कोई आया, और ना ही शिक्षा विभाग से कोई जिम्मेदार आया। इतना ही नहीं अतिथि भी ग्राउंड में घूमते हुए पकड़ लिए गए। इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया कि विभागीय अधिकारी सिर्फ बिल बनाकर उनका भुगतान निकाल रहे हैं, धरातल पर कुछ भी नहीं किया जा रहा।
फिट इंडिया मिशन अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आज शिवपुरी में “संडे ऑन साइकिल” अभियान अंतर्गत साइकिल रैली का आयोजन किया गया। सुबह 8 बजे से बच्चे साइकिल लेकर लगभग एक दर्जन बच्चे कलेक्ट्रेट के गेट पर इकठ्ठा हो गए। इन बच्चों का मोटिवेशन करने के लिए पर्यटन विभाग के प्रभारी देव सोनी और आबकारी अधिकारी आए। जिला खेल अधिकारी के बारे में पता किया गया, तो वो अपनी पत्नी के बीमार होने की वजह से नहीं आ सके। इस दौरान वरिष्ठ खिलाड़ी गिरीश मिश्रा वहां आ गए थे, लेकिन कोई अतिथि वहां पर नहीं पहुंचा। इसी बीच ग्राउंड पर पूर्व विधायक प्रहलाद भारती नजर आए, तो उन्हें भी बुलवा लिया। व्यवस्था का दुखद और शर्मनाक पहलू यह भी रहा कि साइकिल रैली को रवाना करने के लिए हरी झंडी तक नहीं थी। सुबह 9 बजे आबकारी अधिकारी वहां आए और बच्चों को रवाना करके पल्ला झाड़ कर चले गए।
साइकिल रैली पोलो ग्राउण्ड से प्रारंभ होकर कस्टम गेट, बाल शिक्षा निकेतन स्कूल, कमलागंज, माधव चौक, गुरुद्वारा चौक एवं राजेश्वरी रोड होते हुए पुनः पोलो ग्राउण्ड पर सम्पन्न हुई।
यह है अभियान की थीम:
फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज” रही, जिसके माध्यम से नागरिकों को प्रतिदिन शारीरिक गतिविधि को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया गया।
कलेक्ट्रेट के सामने साइकिल रैली को रवाना करते हुए