
करोड़ों की प्रापर्टी पर ऐसा नोटिस करा रहा यह अहसास: वक्त से बलवान कोई नहीं
नपा एडीसोड खत्म होने के बाद पुलिस हुई सक्रिय, नपा में भ्रष्टाचार मामले में फरार ठेकेदार के घर चिपकाया नोटिस, तलब किया पिता व पत्नी
शिवपुरी। पिछले दो माह से शहर में चल रहा नगरपालिका एपीसोड खत्म होने के बाद अब पुलिस सक्रिय हो गई। नपा में भ्रष्टाचार करने वाला 10 हजार के इनामी फरार आरोपी ठेकेदार अर्पित शर्मा के घर पर शुक्रवार को एक नोटिस चस्पा कर दिया। जिसमें उसके पिता और पत्नी को कोलारस एसडीओपी कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया है। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर एहसास कराया है कि वक्त बलवान होने के साथ बदलता जरूर है।
नपा में हुए भ्रष्टाचार मामलों में मुख्य किरदार और नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के खासमखास ठेकेदार अर्पित शर्मा ने बहुत कम समय में कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में कदम बढ़ाए और आलीशान कोठी बनवाने के साथ ही लाखों की मशीनरी भी इकट्ठी कर ली थी। वो तो जब शिवपुरी शहर में नगरपालिका द्वारा किए गए विकास कार्यों की जांच शुरू हुई तो महल के पीछे सीसी सड़क का दूसरी बार 10 लाख रुपए का फर्जी भुगतान ठेकेदार अर्पित ने ले लिया। जिसका मामला हाईकोर्ट में लंबित है, और नपा के वकील भी चुप्पी साधे हैं। वर्ष 2018- 19 में नगरपालिका परिषद ने अर्पित की फर्म शिवम् कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्टेड के दिया था। उसके बाद कोरोना काल में जिले की अघोषित प्रभारी रहीं केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के कार्यकाल में यह फर्म रहस्यमय तरीके से नपा में बहाल हो गई, और शहर में विकास कार्यों के नाम पर नपा से करोड़ों रुपए का भुगतान वसूल किया। इतना ही नहीं कूटरचित दस्तावेज बनाकर कथित तौर पर न्यायालय को गुमराह कर करोड़ों का भुगतान वसूल किया। यानि शहर विकास के लिए जो राशि नगरपालिका शिवपुरी के पास आती थी, उसमें बिना काम किए बड़ा हिस्सेदार यह ठेकेदार बन गया था। वर्तमान नपाध्यक्ष के कार्यकाल में तो किसी पार्षद ने यह भी आरोप लगाया था कि अब दो साल के लिए नगरपालिका ठेके पर चलाने के लिए गायत्री का अर्पित से एग्रीमेंट हो गया। यह सब उस समय तक चला, जब तक समय साथ रहा, लेकिन जब वक्त ने पलटा लिया, तो ठेकेदार पिछले एक माह से फरार है, और आलीशान कोठी के दरवाजे पर पुलिस का नोटिस चिपका हुआ है।
कड़ियां खुली तो बहुत कुछ निकलेगा
नगरपालिका शिवपुरी ने भ्रष्टाचार के कई कीर्तिमान हासिल किए हैं। वो तो इस साल बरसात में बदहाल हुई सड़कों को ना सुधारे जाने पर वार्ड की जनता चिल्लाई, और पार्षद को घेरा, तो पार्षदों ने नपा दफ्तर में मालूम किया कि अभी तक गिट्टी-मुरम क्यों नहीं डाला गया। तब पता चला कि यह सब काम कागजों में हो गया, और ठेकेदार ने भुगतान भी ले लिया। कलेक्टर रविंद्र चौधरी ने जांच करवाई, तो भ्रष्टाचार स्पष्ट होते ही अर्पित सहित नपा के दो इंजीनियरों पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ, और इंजीनियर को पुलिस दबोच लाई, जिन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई, जिस पर भी कई सवाल खड़े हो गए थे। ठेकेदार फरार होने पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया, लेकिन अभी तक हाजिर न होने पर उसके घर के दरवाजे पर परिजनों को तलब करने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया। वैसे ठेकेदार के परिवार में पिता शासकीय शिक्षक, एक चाचा पुलिस में, एक पत्रकार और एक वकील है। यानि सभी स्तंभ मौजूद हैं।
बोले विवेचक: आज न्यायालय में लगाएंगे गिरफ्तारी वारंट का आवेदन
हमने कोतवाली पुलिस को यह नोटिस चस्पा करने के लिए गुरुवार को ही दे दिए थे। परिजनों को पूछताछ के लिए तलब किया है। कुर्की की कार्यवाही तो न्यायालय से होगी, और आज हम न्यायालय में गिरफ्तारी वारंट जारी करने के लिए आवेदन लगा रहे हैं।
संजय मिश्रा, विवेचक एवं एसडीओपी कोलारस
ठेकेदार के घर के दरवाजे पर चस्पा किया पुलिस ने नोटिस
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