September 30, 2025
विरोधियों के नेता ने किया छलावा, हस्ताक्षर की बजाए अविश्वास प्रस्ताव वापसी का दिया आवेदन

विरोधियों के नेता ने किया छलावा, हस्ताक्षर की बजाए अविश्वास प्रस्ताव वापसी का दिया आवेदन
कलेक्ट्रेट में वेरीफिकेशन करने के दौरान बनाया बहाना, फिर बाद में गुपचुप दिया प्रस्ताव

शिवपुरी। नगरपालिका में चल रहे अध्यक्ष वर्सेस पार्षद एपीसोड में सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पर किए गए हस्ताक्षरों का वेरीफिकेशन कलेक्ट्रेट में हुआ। जिसके कुछ देर बाद विरोधी टीम का नेतृत्व कर रहे उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास ने गुपचुप कलेक्ट्रेट पहुंचकर अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन दे दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि व्यास पहले भी कलेक्ट्रेट आए, लेकिन साइन करने की बजाए बहाने बनाकर बिना वेरीफिकेशन के वापस चले गए थे। टीम के नेता द्वारा किए गए इस छलावे से अभी पार्षद सदमे में हैं। तथा वो मंगलवार जाकर उस आवेदन पर विरोध दर्ज कराएंगे।
ज्ञात रहे कि नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटाए जाने के लिए बनी पार्षदों की टीम का नेतृत्व नपा उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास कर रहे थे। नपाध्यक्ष के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर किए गए हस्ताक्षरों का वेरीफिकेशन करने की प्रक्रिया आज दोपहर ढाई बजे से कलेक्ट्रेट में शुरू हुई। 22 पार्षदों में से 18 पार्षद कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन उनमें शामिल उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास ने पहले कहा कि मैं आधार कार्ड लेकर नहीं आया। इसके बाद वो मीडिया के सामने अपने हृदय परिवर्तन की बात कहकर चले गए।
इसके बाद शाम लगभग साढ़े 5 बजे रामजी व्यास और पार्षद ताराचंद राठौर ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर एक आवेदन दिया, जिसमें उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का उल्लेख किया था। इतना ही नहीं साथ में पार्षदों के हस्ताक्षर वाला एक पन्ना भी लगा दिया।
जब यह बात अन्य पार्षदों को पता चली तो उन्होंने रामजी व्यास पर छलावा करने का आरोप लगाते हुए, मंगलवार को फिर से कलेक्ट्रेट जाकर शपथ पत्र देकर दिए गए आवेदन का सत्यापन कराए जाने की मांग करेंगे।

दूसरी बार पलटे रामजी

ज्ञात यह कि जब नपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी, तब सबसे अधिक पार्षद अपने पाले में लेकर सरोज रामजी व्यास का अध्यक्ष बनना तय था। आखिरी समय में अज्ञात कारणों के चलते रामजी व्यास ने सरेंडर कर दिया, और गायत्री शर्मा के सिर अध्यक्ष का मुकुट बंध गया। तीन साल बाद जब नपाध्यक्ष को हटाने का विरोध शुरू हुआ, तब भी रामजी ने टीम की कमान संभाल ली, लेकिन दूसरी बार अपनी बात से पलट कर अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन दे आए। इसके पीछे कारण जो भी रहे हों, लेकिन शहर की जनता के सामने अभी के चेहरे क्लीयर हो गए।

करना ही था तो सबके सामने करते

आज जब पार्षद साइन वेरीफिकेशन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे, तब रामजी भी वहां आए थे। यदि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव आवेदन वापस लेना हो था, तो सभी पार्षदों के सामने उन्हें यह आवेदन देना था, ताकि कोई किसी पर आरोप नहीं लगा पाता। लेकिन अभी पार्षदों को वापसी के बाद गुपचुप कलेक्ट्रेट जाकर आवेदन देने से रामजी व्यास ने खुद को आरोपों के कटघरे में खड़ा कर लिया।

विरोधियों के नेता ने किया छलावा, हस्ताक्षर की बजाए अविश्वास प्रस्ताव वापसी का दिया आवेदन

1 thought on “विरोधियों के नेता ने किया छलावा, हस्ताक्षर की बजाए अविश्वास प्रस्ताव वापसी का दिया आवेदन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page