
जब होने थे दूध के दाम कम, तब दूधिया दाम बढ़ाने की कर रहे मांग
55 रुपए किलो दूध ना खरीदे जाने पर दूधियोंने दी सप्लाई बंद करने की चेतावनी, सौंपा ज्ञापन
शिवपुरी में दूधियों और डेयरी वालों की।सांठगांठ के चलते आम जनता को दूध के नाम पर पानी महंगे दाम पर बेचा जा रहा है। बरसात के दिनों में जब दूधं के दाम कम होते हैं, तब दूधियों ने रेट बढ़ाएं जाने का ज्ञापन गुरुवार को कलेक्ट्रेट में दिया। इतना ही नहीं, दूधियों ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि रेट नहीं बढ़े, तो शहर में दूध की सप्लाई नहीं देंगे।
शिवपुरी शहर में दूधियों से 45 रुपए किलो में दूध लेकर डेयरी वाले उसे 55 रुपए किलो में बेंच रहे हैं। जो दूध डेयरी पर बेचा जा रहा है, उसमें से पौष्टिक चीजें जैसे फैट और क्रीम निकालकर फ्रीजर में बर्फ डालकर पानीयुक्त दूध बेच रहे हैं। चूंकि दूध वाले डेयरी पर भी प्योर दूध नहीं लाते, और रही सही कसर डेयरी वाले पूरी के देते हैं। ऐसे में एक तरफ जहां जनता को 54 रुपए किलो में दूध के नाम पर पानी मिल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर बरसात के मौसम में दूध सस्ता करने की बजाए दूधिए 45 रुपए।की जगह डेयरी वालों को 55 रुपए किलो दूध देने की बात कह रहे हैं।
इस सम्बन्ध में दूधियों ने आज शाम को कलेक्ट्रेट में जाकर डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि यदि हमारे दूध के दाम नहीं बढ़ाए तो hm शिवपुरी शहर में दूध की सप्लाई ठप कर देंगे। जबकि बरसात में हर तरफ हरा चारा हो जाने की वजह से मवेशी दूध अधीन देते हैं, जिस वजह से इस मौसम में दूध के दाम कम होते हैं।लेकिन दूधियों ने दाम करने की बजाए पहले से ही दूध के दाम बढ़ाने की मांग रख दी, ताकि कोई संगठन दूधनके दाम कम करने की मांग ही नहीं कर सके।
हर बार जनता की कटती है जेब
गर्मियों में दूध के दाम बढ़ाने के लिए दूधिए यह कहकर हड़ताल करते है, कि गर्मी।में हरा चारा ना मिलने से मवेशी दूध कम देते हैं। जिससे दूध की मात्रा कम हो जाती है। उस दौरान होने वाली हड़ताल में भी जनता की ही जेब कटती है, और आमजन थैलियों वाला महंगा दूध खरीदने के लिए भी लाइन में लगता है। अब बरसात में दूधिया यह कहकर रेट बढ़ाने की बात कर रहे हैं कि चारा महंगा हो गया। यदि बरसात में हड़ताल हुई तो फिर जनता की जेब कटेगी।
कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने पहुंचे दूधिया
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