
आखिरकार डॉ. खरे का जारी हुआ रिलीव आदेश, आधे घंटे बाद उठा डॉक्टर को दर्द ट्रांसफर के बाद 7 दिन में करनी थी ज्वाइनिंग, 21वे दिन जारी हुआ आदेश, कलेक्टर ने दिए थे आदेश
शिवपुरी। आखिरकार करेरा अस्पताल में पदस्थ रहते हुए विभिन्न मामलों में उलझे रहे डॉ. देवेंद्र खरे का रिलीविंग आदेश मंगलवार को सीएमएचओ ने जारी कर दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि रिलीव आदेश आने के आधा घंटे बाद डॉ. खरे को ऐसा दर्द उठा कि उन्होंने मेडिकल अवकाश का पत्र भेज दिया। चूंकि अब वो करेरा से रिलीव के दिए गए, तो छुट्टी भी अब नई पदस्थापना वाले अस्पताल से ही मिलेगी।
गौरतलब है कि बीते 17 जून को स्वास्थ्य विभाग की ट्रांसफर सूची जारी हुई, जिसमें सबसे पहले नंबर पर करेरा के चर्चित डॉ देवेंद्र खरे का नाम था। आदेश में उल्लेख था कि 7 दिन के अंदर नए पदस्थापना वाले अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मकसूदनगढ ज्वाइनिंग देनी थी। भाजपा जिलाध्यक्ष को अपना नजदीकी बताने वाले डॉ. खरे ने इस आदेश को भी नहीं माना, और करेरा अस्पताल।में ही सेवाएं देते रहे। इस दौरान अस्पताल से एमएलसी रजिस्टर चोरी होने के बाद उसे जल समाधि भी दे दी गई। स्वास्थ्य विभाग के मुखिया सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषिश्वर और करेरा बीएमओ डॉ. रोहित भदकारिया के बीच यह मामला झूलता रहा।
चूंकि डॉ. खरे का पूर्व में एक पीएम के बदले रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हो गया था, जिस पर कलेक्टर रविंद्र चौधरी की अनुशंसा पर कमिश्नर ने निलंबित कर दिया था। निलंबन के बाद डॉ. खरे अपने राजनीतिक सहयोग से नियमबिरुद्ध उसी करेरा अस्पताल में पदस्थ हो गए थे। अब जबकि ट्रांसफर के बाद भी डॉ. खरे के रिलीव ना होने की जानकारी कलेक्टर को लगी, तो उन्होंने रिलीव के निर्देश दिए। जिसके परिणामस्वरूप आज दोपहर में सीएमएचओ शिवपुरी ने डॉ. खरे को रिलीव कर दिया। रिलीविंग आदेश के आधा घंटे बाद डॉ. खरे ने अपना मेडिकल आवेदन दिया, जिसमें उन्होंने खुद की कमर में असहनीय दर्द बताया। लेकिन अब उनका यह दर्द मकसूदनगढ़ गुना में ही देखा जायेगा।


रिलीव आदेश के आधा घंटे बाद डॉ. खरे ने दिया मेडिकल अवकाश का आवेदन







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