


तुम्हारे लिए तो यह नमूने ही थे
सैमुअल दास: देश ही नहीं विदेश में सोनम कांड गूंज गया, और इस बार भी शादी जैसा पवित्र बंधन बलि चढ़ गया। इन महिलाओं को सुकून भरा अच्छा जीवन देने के लिए ऊपर जोड़ी बनाई गई थी, लेकिन इन लड़कियों ने नमूनों के।लिए अपनी जिंदगी तबाह कर ली। अब इन्हें भी क्या मिला, जेल की सलाखों के पीछे पत्थर की पटिया का बिछौना, जबकि हत्याकांड से पहले इनका जीवन किसी महारानी से कम नहीं था।
सोनम जैसी लड़कियां अपने मेकअप के पीछे इतना क्रूर चेहरा भी छुपा सकती हैं, इस पर कोई भरोसा नहीं कर पा रहा। राजा के परिवार को जीवन भर का दर्द देकर सोनम ने महिला के चरित्र को एक बार फिर उजागर कर दिया। क्योंकि इससे पहले नीले ड्रम से पति डरे हुए थे, क्योंकि ड्रम में पति के टुकड़े करके सीमेंट के साथ पैक करवा दिया था। उससे पहले पति को फ्रिज में से बरामद किया गया। स्त्री, मां, बहन और बेटी के रूप में भी हैं, लेकिन बहुओं के रूप जिस तरह के सामने आ रहे हैं, उन्हें क्या नाम देंगे….??
इस तरह के मामले न केवल पुरुष बल्कि अच्छी पारिवारिक महिलाओं के लिए भी कष्टकारी होते हैं। क्योंकि हर औरत सोनम जैसी नहीं होती, लेकिन इस तरह के मामलों में मेकअप से खूबसूरत दिखने वाली इन बहरूपिया लड़कियों के प्रेमी ऐसे नमूने हैं, जो यह सिद्ध करते है कि प्रेम अंधा होता है। बुजुर्गों ने सही कहा था कि जब दिल लगा मेंढकी से तो …… ।