
प्रभारी मंत्री की बेटी की शादी में जा रहे विधायक देवेंद्र, भटके रास्ता, तो मिल गए शराबी, मुश्किल में फंसी जान
शिवपुरी। ग्वालियर में बीती रात एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर पर चढ़कर क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में कोई घायल तो नहीं हो गया, यह देखने के लिए जब शिवपुरी विधायक पहुंचे, तो कार सवार शराबी उनके ही गले पड़ गए। हालात यहां तक बिगड़े कि सिर पर पत्थर पटकने तक की नौबत आ गई। तो फिर विधायक ने पुलिस बुलवाई, तब जाकर जान बच पाई। महत्वपूर्ण बात यह है कि अपनी आदत के मुताबिक इस दौरान हाथ जोड़कर जब विधायक उन्हें समझा रहे थे, तो घेरने वाले लोग यह मामले को ही तैयार नहीं थे, कि यह विधायक हैं।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं शिवपुरी के प्रभारी मंत्री प्रद्युम सिंह तोमर की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन भी अपने कुछ समर्थकों के साथ ग्वालियर पहुंचे। उन्हें जान था गोल्ड रिसॉर्ट, लेकिन गूगल मैप ने उन्हें इंपीरियल रिसॉर्ट पहुंचा दिया। विधायक के साथ रहे प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार जब वो कार रोककर पता पूछ रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ओरा कार आई और पास में स्थित डिवाइडर पर चढ़कर वापस सड़क पर आ गई। चूंकि विधायक के सामने ही यह अब हुआ, तो वो उस कार में सवार लोगों की सलामती पूछने के लिए उतर गए। उधर डिवाइडर पर चढ़ी कार में सवार युवक जब उतरे तो वो फुल शराब के नशे में थे। उन युवकों ने विधायक और उनकी टीम को दांव बनाने की बात सोचकर यह कहते हुए भद्दी गालियां देने लगे कि हमारी कार का नुकसान यही देंगे।
इधर अपनी आदत के अनुरूप शिवपुरी विधायक हाथ जोड़कर उन्हें बता रहे थे कि मैं विधायक हूं, लेकिन आज के दौर में विधायक की ऐसी विनम्रता देखकर वो नशेड़ी मानने को ही तैयार नहीं हो रहे थे। इतना ही नहीं, इन शराबी युवकों ने अपने कुछ साथियों को भी कॉल कर दिया। चौतरफा पड़ रही गलियों के बीच एक दो लोग तो खंडा-पत्थर लेकर भी दौड़े। लेकिन इस बीच ग्वालियर डीआईजी और एसपी को फोन कर देने से 10 मिनिट में पुलिस आ गई। जब पुलिस आई तो विधायक और उनकी टीम ने राहत की सांस ली।
पुलिस के आते ही फिल्म का क्लाइमेक्स चेंज हो गया, और जो पहले विधायक और उनकी टीम को गरिया रहे थे, वो अब हाथ जोड़कर यह कहने लगे कि पुलिस थाने में शिकायत मत करना। विधायक ने भी पुलिस से कोई कार्रवाई न करने की बात कहकर, मंत्री की बेटी की शादी की ओर रुख किया। विधायक के पीएसओ की गोलियां शनिवार को चेक की गई, तो वो पूरी मिलीं। किसी खबर में पीएसओ द्वारा फायर करने की बात लिखी है।
