
विवादित 1500 बीघा जमीन का मोटी रकम लेकर नामांतरण करने के फेर में गए एसडीएम
जनप्रतिनिधि भी उतरे जमीन कारोबार में, तो समझ आ रहा अधिकारियों का खेल
शिवपुरी। पिछले दिनों मैने एक फोटो सहित खबर दी थी, जिसमें शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन दिल्ली में क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की थी। जिसका पहला असर यह हुआ कि शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव का विकेट गिर गया। अब जल्द ही दूसरा विकेट भी गिर सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि एसडीएम ने 1500 बीघा जमीन का मोटी रकम लेकर नामांतरण कर दिया।इस खेल।में बड़े साहब भी नप सकते हैं, क्योंकि गेम तो मिलकर ही डाला था।
बीती रात कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी में एक आदेश जारी किया, जिसमें शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव को हटाकर उनकी जगह अनुपम शुक्ला को एसडीएम बना दिया गया। रातोरात किए गए इस फेरबदल के पीछे विधायक शिवपुरी द्वारा सांसद सिंधिया से की गई शिकायत का असर है, क्योंकि एसडीएम ने एक बड़ा खेल सुरवाया के पास 150p बीघा जमीन में खेल कर दिया।
यह है पूरा मामला
सुरवाया के पास 1500 बीघा जमीन आंग्रे के नाम थी, जो सिंधिया स्टेट के समय आंग्रे को दी गई थी। आंग्रे ने उक्त जमीन किसी के नाम नहीं की थी, जिसके चलते यह जमीन विवादित हो गई थी। जिसका सौदा भोपाल की एक बड़ी फर्म से हो गया था। बताते हैं कि 20 लाख रुपए बीघा के हिसाब से 1500 बीघा इस विवादित जमींक का नामांतरण शिवपुरी एसडीएम ने अपने साहब के साथ मिलकर कर दिया था। यह मामला और कागज शिवपुरी विधायक के हाथ लग गए, तो उन्होंने तथ्यों के साथ सांसद सिंधिया से कर दी। जिसके चलते एसडीएम शिवपुरी को रवानगी दे दी गई। इस मामले की जांच के बाद और भी विकेट गिरना तय है।
बोले विधायक: ट्रांसफर कोई सजा नहीं
एसडीएम के ट्रांसफर पर विधायक देवेंद्र जैन का कहना है कि एसडीएम शिवपुरी का ट्रांसफर कोई सजा नहीं है। मैं यह मामला भोपाल लेकर जाऊंगा, और इनके कार्यकाल में किए जमीनों के निर्णयों की जांच करवाऊंगा।

