
शिवपुरी। जिले के सहकारी बैंक के लिए भले ही शासन ने 50 करोड़ रुपए से दिए हों, लेकिन इन बैंक शाखाओं में जमा अपनी ही राशि उनको वापस नहीं मिल पा रही। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में सामने आया।
करेरा के गुर्जर मोहल्ला में रहने वाली जरीना बानो ने बताया कि मेरे पति सानू खान के नाम से 10 लाख रुपए की एफडी करेरा सहकारी बैंक शाखा में एक साल से जमा हैं। जरीना का कहना है कि बेटी की शादी में हमने कर्जा लिया था कि एफडी में जमा पैसा निकालकर दे देंगे। इस बीच उनके पति की तबियत भी बिगड़ गई, लेकिन बैंक से पैसा ना मिल पाने की वजह से ना तो वो कर्जा वापस कर पा रहीं और ना ही पति का इलाज करवा पा रहीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।
