
कट्टू वाहनों के गोरखधंधे का भी हुआ खुलासा, राजनीतिक संरक्षण की भी चर्चा
बदरवास व सतनबाड़ा पर तैनात कटर भरवा रहे मवेशी, पुलिस का भी हिस्सा
शिवपुरी. शिवपुरी जिले के कोलारस थाने में पदस्थ एएसआई राकेश बंजारा के जहर गटकने के मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भले ही जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हों, लेकिन सच्चाई उन्हें भी पता है। बंजारा की हालत स्थिर बनी हुई है, तथा उनके बयानों में जिन साथी पुलिस वालों के नाम आए हैं, वे खुद को पाक-साफ बताने की कवायद में जुट गए हैं। थाने में जहर गटकने की इस घटना ने कट्टू वाहनों के निकालने के बदले हो रही लाखों की वसूली को भी उजागर कर दिया।
सूत्रों की माने तो बदरवास व सतनबाड़ा में दो कटर न केवल पशु भरवा रहे हैं, बल्कि निकलने वाले वाहनों से वसूली करके सीधे पुलिस को पहुंचा रहे हैं, यह चर्चा भी सरगर्म है।
शिवपुरी के जंगलों में घूमने वाले अवारा मवेशियों को हांककर एक जगह इकठ्ठा कर लेते हैं, और फिर ट्रकों में भरकर उत्तरप्रदेश व महाराष्ट्र की तरफ रवाना करते हैं। दूसरे रज्यो से पशु भरकर निकलने वाले वाहनों का भी लेखा-जोखा बदरवास व सतनबाड़ा में तैनात दोनों कटर रखते हैं। बताते हैं कि गोरखपुर उप्र से पशु भरकर आने वाले वाहन मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात या फिर अलसुबह निकलते हैं। जबकि शिवपुरी से भी पशुओं के वाहन भरे जाते हैं।
कोलारस के दरोगा ने भी जहर गटकने के बाद मीडिया को बताया था कि किस तरह पशुओं से भरे दो ट्रक पकड़े और एक से लेनदेन करके व दूसरे से सौदा न पटने पर उसके खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बंजारा पर बना रहे थे। इतना ही नहीं उसकी झूठी रिपोर्ट डालकर कोलारस टीआई अजय जाट, दीवान दिलीप, अवतार व नरेश, मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उसने तो यहां तक बताया कि गेम उक्त लोग करते हैं और मुझे फंसा देते हैं।
सिस्टम में सेट होने की वजह से नहीं सुनी अपने कर्मचारी की गुहार
कट्टू वाहनों का सिस्टम इतनीं अच्छी तरह से सेट है कि कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। बंजारा से पूछने पर उन्होंने बताया था कि मैंने एसडीओपी से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से भी खुद को प्रताड़ित करने की शिकायत की थी, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। इसलिए मजबूरी में जहर गटका।
स्मैक मामले में दिखा था पुलिस का राजनीतिक कनेक्शन
यूं तो जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय विधायकों की पसंद के ही कोतवाल पदस्थ हैं। इससे कोलारस भी अछूता नहीं है। पूर्व में जब कोलारस विधानसभा क्षेत्र में एक भी स्मैक कारोबारी नहीं पकड़ने पर, जब स्मैक बेचने वालों सहित खरीदने व नशा करने वालों के फोटो छपे तो पुलिस से लेकर स्थानीय विधायक चिंतित हो गए थे। उस दौरान कोलारस विधायक महेंद्र यादव ने मीडिया से चर्चा में बताया था कि एक स्मैक कारोबारी पकड़ लिया, तथा उनके बताने के तीन दिन बाद पुलिस ने गिरफ्तारी शो की थी।

