
अपनी राजनीति चमकाने में व्यस्त नेता, नपा कर्मचारियों की समस्या नहीं कर रहे दूर
कर्मचारियों के पीएफ की राशि का घोटाला करने वालों पर नहीं हो रही कोई कारवाई
शिवपुरी। शिवपुरी शहर सहित जिला पिछले काफी समय से राजनीतिक शून्यता के दौर से गुजर रहा है। शहर में 5 दिन से झाड़ू नहीं लगी, जबकि नवरात्रि महोत्सव चल रहा है, और 6 अप्रैल को रामनवमी है। अपनी 25 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे नपा कर्मचारियों की सुनने वाला कोई नहीं है। कर्मचारियों की विभिन्न मांगों के बीच नपा में पीएफ की राशि का बड़ा घोटाला भी हो गया, लेकिन किसी भी जिम्मेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। महत्वपूर्ण बात यह है कि नेता अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं, शहर में ध्वस्त पड़ी व्यवस्थाओं से कोई लेना-देना नहीं है।
गौरतलब है कि बीते 1 अप्रैल से शहर में सफाई व्यवस्था, कचरा गाड़ी बंद हैं, क्योंकि सफाईकर्मी, ड्राइवर और पंप अटेंडर हड़ताल पर हैं। नपा के दफ्तरों में तालाबंदी कर दी गई, तथा शनिवार को तो दफ्तरों के बिजली के तार काटने की भी बात सामने आई।। हड़ताल के तीसरे दिन नपा सीएमओ, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी पहुंचे, लेकिन कोई हाल नहीं निकला। शनिवार को कांग्रेस नेता केपी सिंह भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने भी कर्मचारियों के दर्द को सुना, लेकिन सत्ताधारी नेताओं में से किसी के पास इतना समय नहीं है कि इन हड़ताली कर्मचारियों का दर्द सुन सकें।
चेहरा दिखाई की तैयारी में जुटे नेता
शिवपुरी शहर की ध्वस्त पड़ी सफाई व्यवस्था फिर से पटरी पर कैसे लाई जाए, इसके बारे में कोई सत्ताधारी नेता नहीं सोच रहा। वो तो तैयारी कर रहे हैं कि जब हमारी आका का कार्यक्रम शहर में हो, तो हम कैसे अपने नंबर उनकी नजरों में बढ़ा सकें, उनकी तरफ से जनता जाए भाड़ में, बस उनकी नेतागिरी चमकती रहे।
