
कोलारस की तर्ज पर यहां भी ब्रांच मैनेजर ने चपरासी के साथ मिलकर किया गबन
शिवपुरी। यदि शिवपुरी जिले को घोटालों का जिला कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। कोलारस सहकारी बैंक में 100 करोड़ के घोटाले के बाद अब सहकारी बैंक नरवर में 20.49 लाख का गबन उजागर हुआ है। इस मामले में भी ब्रांच मैनेजर के साथ चपरासी भी घोटाले में शामिल रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि जांच कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट 21 सितंबर 2024 को सौंप दी थी, लेकिन मामला 18 मार्च 2025 को दर्ज हो सका।
जिले की नरवर थाना पुलिस ने सहकारी केंद्रीय बैंक मैनेजर प्रियंका जैन एवं केशियर नीरज गुप्ता की रिपोर्ट पर पूर्व ब्रांच मैनेजर सुरेंद्र मिश्रा और चपरासी घनश्याम वनपुरिया के खिलाफ 20.49 लाख रुपए के गबन का मामला दर्ज कराया। मैनेजर और चपरासी के इस गठबंधन ने जनवरी 2019 से अगस्त 2021 के बीच में किसानों के लिए आई राशि सहित उनकी कृजमाफी आदि का 20 लाख 49 हजाररुपए डकार लिया। जिसमें चपरासी ने तो अपनी पत्नी के खाते में 8.20 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए थे, जबकि शेष राशि अपने नजदीकियों के खातों में ट्रांसफर करवाई।
सहकारी बैंक नरवर में हुए इस घोटाले की जांच के लिए 30 सितंबर 2023 को एक जांच कमेटी बनाई थी। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सितंबर 2024 को सौंप दी थी।
जिला सहकारी बैंक की कोलारस शाखा में भी ऐसा ही 100 करोड़ का घोटाला किया गया था, जिसमें चपरासी को केशियर बनाकर बैंक के पूर्व मैनेजरों और केशियर कम चपरासी पाराशर ने करोड़ों की चल-अचल संपत्ति इकठ्ठा कर ली थी। इस मामले में भी सिर्फ जांच चल रही है, जबकि हजारों परिवार बैंक में जमा अपने पैसे के लिए ही परेशान हो रहा है।
