
7 मीटर खाली मड़ीखेड़ा डैम के तीन बार खोल दिए गेट, बरसात रुकी तो खाली रह जाएगा डैम
दो साल पहले भी इसी तरह बिना डैम भरे खोले थे गेट, बाद।में बारिश रुकने से खाली रह गया था मड़ीखेड़ा
शिवपुरी। जिले में बीते एक पखवाड़े से लगातार हो रही बारिश के बीच मड़ीखेड़ा डैम का डूब क्षेत्र अभी तक नहीं भर पाया। डैम अभी भी 7 मीटर खाली है, बावजूद इसके डैम के गेट तीन बार खोल दिए। जिले में औसत बारिश का आंकड़ा पूरा होने के।नजदीक पहुंच गया है, ऐसे में यदि बारिश रुकी, तो डैम खाली रह जाएगा।
गौरतलब है कि मड़ीखेड़ा डैम का फुल लेबल 346.25 मीटर है, तथा वर्तमान में यह लेबल 339 और 340 मीटर के बीच है, बावजूद इसके डैम के गेट खोलकर पानी रिलीज किया जा रहा है। जबकि अमोला पुल के नीचे सिंध की धार एक जैसी ना होकर पुल के नीचे दो धाराएं अलग से नजर आ रही हैं। इतना ही नहीं डूब क्षेत्र के मंदिर, पुराने मकान और नदी के पार से दूसरे पार तक जमीन से होकर लोग नदी पार कर रहे हैं।
मड़ीखेड़ा का डूब क्षेत्र खाली होने के बावजूद डैम के गेट खोले जाने का रहस्य समझ से परे है, क्योंकि डूब क्षेत्र खाली होने से डैम का लेबल आसानी से समझा जा सकता है। ज्ञात रहे कि दो साल पूर्व भी डैम के गेट खोले गए, और फिर बाद में बारिशबपर ब्रेक लग जाने से डैम खाली रह गया था। जिसके चलते डैम से होने वाली पानी की आपूर्ति भी प्रभावित होने का संकट गहरा गया था। शिवपुरी जिले की औसत सामान्य बारिश 816.03 मिमी है, जबकि अभी तक जिले में 670 मिमी हो चुकी है।
ऐसे में यदि बारिश में ब्रेक लग गया, तो फिर डैम खाली रह जाएगा। उधर डैम प्रबंधन का कहना है कि डैम का लेबल महीने के अनुसार मेंटेन करना पड़ता है, इसलिए गेट खोलकर पानी रिलीज कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मड़ीखेड़ा प्रबंधन इस बात से डरा हुआ है कि कहीं एकाएक नदी में फ्लो तेज हो गया, तो डैम को खतरा बढ़ जाएगा। यही वजह है कि डैम खाली होने के बाद भी उसके गेट खोले जा रहे हैं ।
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