सैकड़ों परिवारों को सताने लगी आशियाने की चिंता, नेशनल पार्क की भी आ रही जमीन
बोले एसडीएम: रजिस्ट्री वालों को मिलेगा कलेक्ट्रेट गाइड लाइन से मुआवजा, अतिक्रमण हटाएंगे
शिवपुरी। शहर में मौजूद ऊबड़- खाबड़ हो चुकी हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में बदलने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई। इसी क्रम में सोमवार को 7 साल से वीरान पड़ी फ्रूट मंडी में जनसुनवाई आयोजित की गई। जिसमें शामिल रहे शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव ने बताया कि रजिस्ट्री वालों को कलेक्टर गाइड लाइन के रेट से मुआवजा मिलेगा, जबकि अतिक्रमण कर बनाए गए आशियानों को बिना मुआवजे के तोड़ा जायेगा।
केंद्रीय विमानन मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 45 करोड़ रुपए की राशि शिवपुरी में एयरपोर्ट बनवाने के लिए स्वीकृत करवाई है। मंत्री बनने के 8 माह बाद एयरपोर्ट को धरातल पर उतारने के लिए आज पहला कदम आगे बढ़ाते हुए भू अर्जन प्रक्रिया के तहत जनसुनवाई आयोजित की गई। चूंकि हवाई पट्टी की लंबाई जिस तरफ बढ़ाई जा रही है, उसने पीछे स्थित खेतसिंह खंगार कॉलोनी के अलावा मड़कपुरा और कब्रिस्तान रोड पर किए गए अतिक्रमण भी उसमें आ रहे हैं। इसके अलावा नेशनल पार्क की 38 हेक्टेयर जमीन भी प्रस्तावित एयरपोर्ट में शामिल की गई। जनसुनवाई में डिप्टी कलेक्टर ममता शाक्य, एसडीएम उमेश कौरव, नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के अलावा राजस्व और नपा के कर्मचारी मौजूद रहे।
जनसुनवाई में आए लगभग एक सैकड़ा से अधिक महिला-पुरुष अपने आशियाने की रजिस्ट्री एवं अन्य दस्तावेज लेकर आए थे। जबकि नेशनल पार्क प्रबंधन से कोई नहीं आया। प्रस्तावित एयरपोर्ट में किसके आशियाने आ यह हैं, यह बताने के लिए वहां पर नपा और राजस्व कर्मचारी मौजूद रहे।
एसडीएम ने जब कहा कि रजिस्ट्री वालों को कलेक्टर गाइड लाइन के रेट से मुआवजा दिया जाएगा। जिस पर एक आपत्तिकर्ता ने कहा कि कलेक्टर गाइड लाइन बहुत कम है, जबकि रेट अधिक हैं, इस पर एसडीएम ने कहा कि आपको रजिस्ट्री का रेट तो आप उसी गाइड लाइन से खर्च कर रहे हो।
एक व्यक्ति ने कहा कि यदि किसी ने अतिक्रमण करके अपने बच्चों के लिए आशियाना बनाया है, तो फिर उसे मुआवजा नहीं दे रहे तो कम से कम दूसरी जगह आशियाने के लिए जगह दी जाए। इस पर एसडीएम और अन्य अधिकारी चुप रहे।
परेशान जनता को कराई हवाई यात्रा
नई फ्रूट मंडी में आयोजित जनसुनवाई में अपने आशियाने के दस्तावेज लेकर आए एक सैकड़ा परिवार के महिला-पुरुष के चेहरे पर चिंता की लकीर थीं, और जनसुनवाई में आए एयर इंडिया के एक अधिकारी इस परेशान जनता को हवाई जहाज की यात्रा करवा रहे थे। वो बता रहे थे कि शिवपुरी से हवाई जहाज कहां पर जायेंगे। इसके बाद नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने भी इसे शिवपुरी के विकास के लिए जरूरी बताया।
एनटीसीए देखेगा: प्रियांशी
शिवपुरी में प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण में माधव टाइगर रिजर्व की लगभग 38 हेक्टेयर जमीन भी जा रही है। माधव नेशनल पार्क की डिप्टी डायरेक्टर प्रियांशी सिंह का कहना है कि हमने इसमें आपत्ति नहीं लगाई, इसमें तो एनटीसीए ( नेशनल टाइगर कंजर्वेशन ऑथोरिटी) ही आपत्ति लगाएगा। प्रियांशी ने यह भी उम्मीद जताई कि हो सकता है एयरपोर्ट की वजह से आपत्ति न लगाई जाए।