
शिवपुरी बना खराब अनाज खपाने का ठिकाना
पोहरी के गोदाम में सिवनी का भरा अमानक गेहूं, पहले आया था सतना से खराब चावल, जिले में रसद माफिया हावी,

शिवपुरी जिला मध्यप्रदेश का वो जिला बनकर रह गया है कि यहां की गरीब जनता को सड़ा गला खराब अनाज कंट्रोल की दुकानों पर खपाने के लिए भेजा जा रहा है। सतना से आए खराब चावल की अभी जांच पूरी हो भी नहीं पाई कि अब पोहरी के टीएसएस वेयर हाउस में सिवनी से आया 40 ट्रक अमानक गेहूं भर दिया गया। वेयर हाउस में खराब गेहूं भरा हुआ है, इसकी जानकारी गोदाम चौकीदार कल्लू कुशवाह से लेकर समिति के अधिकारियों को है, लेकिन जिले में नागरिक आपूर्ति निगम का प्रभार संभाल रहे डिप्टी कलेक्टर अनुपम शर्मा इस बात से अनभिज्ञ हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि ऐसा कोई अमानक गेहूं जिले में आया भी है। हालांकि वो उस नियम को जरूर बता रहे हैं, जिसके तहत खराब राशन को बदला जाएगा, और आर्थिक नुकसान किस पर थोपा जाएगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि शिवपुरी जिले में रसद माफिया इस कदर हावी है कि यहां की गरीब जनता को खराब राशन खिलाने के साथ ही उनके गोदामों से कंट्रोल की दुकान का सामान मिलने के बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही। यह हाल तब है, जबकि क्षेत्रीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी जीत के बाद सार्वजनिक मंच से यह दावा किया था कि मेरे संसदीय क्षेत्र में मफ़ियाराज नहीं चलेगा।
सिवनी से रेलवे स्टेशन होकर पहुंचा गोदाम
गेहूं की यह रैक सिवनी से आई और शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर जांच पड़ताल से सही पाकर उसे पोहरी के गोदामों तक ट्रकों के पहुंचा दिया गया। कहीं भी खराब गेहूं नजर नहीं आया, या फिर आंखों पर रिश्वत के नोटों की मोटी परत चढ़ी थी…?।
सेल्समैन के हुए हाथ सफेद
पोहरी की कृष्णगंज पंचायत की कंट्रोल दुकान पर खराब गेहूं की बोरी भेज दी गईं। सेल्समैन विक्रम धाकड़ ने जब गेहूं में हाथ डाला तो घुने हुए गेहूं के।पाउडर से उसके हाथ सफेद हो गए। विक्रम ने बताया कि खराब गेहूं आने की बात मैने बताई तो राशन बदलने की बात कह रहे हैं।
बीते वर्ष खरीदी केंद्रों पर वीरानी का असर
पिछले वर्ष शिवपुरी सहित प्रदेश भर में गेहूं का समर्थन मूल्य बाजार के रेट से कम होने की वजह से किसानों ने शासकीय खरीदी केंद्रों की जगह बाजार में गेहूं बेचा। जिसके चलते 2-3 साल पुराना गेहूं भेजा जा रहा है। ट्रांसपोर्टर तायल का कहना है कि घर में रखा गेहूं खराब हो जाता है।