
इतने खतरनाक पानी के सफर में नहीं किए गए थे सुरक्षा के इंतजाम
शिवपुरी। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा पर स्थित माताटीला डैम में बीते मंगलवार की शाम को नाव पलटने से पानी में डूबे 7 लोगों की लाश बुधवार की सुबह से मिलना शुरू हो गईं। वोट में सवार होकर जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी इस रेस्क्यू में शामिल हुए। महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे।
शिवपुरी जिले के खनियाधाना क्षेत्र से नजदीक माताटीला डैम मे मंगलवार की शाम श्रद्धालुओं से भरी नाव पलट गई। नाव में सवार 15 में से 8 लोग तो बाहर आ गए थे, जबकि 7 लोग डूब गए थे। आज जिन लोगों के शव मिले, उनमें शारदा (55) पत्नी इमारत लोधी, कुमकुम (15) पुत्री अनूप लोधी, लीला (40) पत्नी रामनिवास लोधी, चाइना (14) पुत्री लक्षणीराम लोधी, कान्हा (7) पुत्र कप्तान लोधी,रामदेवी (35) पत्नी भुरा लोधी और शिवा (8,) पुत्र भूरा लोधी शामिल हैं।
उक्त सभी लोग राजवन गांव के रहने वाले थे, जो सिद्ध बाबा के दर्शन के लिए गए थे। जो घटना हुई है, उसमें नाव से यह ग्रामीण पहली बार नहीं गए थे, बल्कि इससे पहले भी आते-जाते रहे थे। इतना खतरा लेकर पानी का सफर तय करने वालों की सुरक्षा इंतजाम वहां पर नहीं थे। जब तक मदद के लिए टीम पहुंचीं, तब तक अंधेरा हो चुका था, इसलिए बुधवार की सुबह जब तलाशी अभियान शुरू हुआ तो डैम ने एक-एक करके लापता लोगों की लाश उगलना शुरू कर दिया।
