बोले न्यायाधीश शर्मा: केंद्रीय मंत्री के नजदीकियों की वजह से खाली नहीं रहता सर्किट हाउस
पांच जिलों के 30 मजिस्ट्रेटों के 5 दिवसीय मीडियेशन ट्रेनिंग का हुआ समापन
शिवपुरी। शहर से 3 किमी दूर टूरिस्ट विलेज में पांच जिलों के 30 मजिस्ट्रेटों की मीडियेशन ट्रेनिंग का मंगलवार को समापन हो गया। जिसमें मुख्य अतिथि विशेष न्यायाधीश अशोक शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि झुकता वही है, जिसमें जान होती है, अकड़ तो मुर्दे की पहचान होती है। इस मौके पर सभी ट्रेनीज मजिस्ट्रेटों ने अपने ट्रेनर राजेश दास (झारखंड) एवं अनीता सक्सेना (जबलपुर) और अतिथियों के सामने अपने अनुभव शेयर किए।
शिवपुरी के विशेष न्यायाधीश अशोक शर्मा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि देश की अदालतों में लंबित प्रकरणों की संख्या अधिक होने की वजह से मीडियेशन के माध्यम से प्रकरणों का जल्दी निराकरण होगा। इसमें न्यायालय अपना निर्णय नहीं देता, बल्कि पक्षकार स्वयं ही इसमें निर्णय करता है। मीडिएटर जज की भूमिका तो सिर्फ प्रकरण में सही और गलत की सलाह देने का काम करेगा। कार्यक्रम के अंत में ट्रेनर्स को।शिवपुरी के पर्यटन स्थलों की तस्वीरों वाली फोटो फ्रेम बतौर प्रतीक चिन्ह भेंट की गई।
ग्वालियर व दतिया से कर रहीं अप डाउन
विशेष न्यायाधीश अशोक शर्मा ने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में जिला विधिक सेवा समिति की सचिव रंजना चतुर्वेदी और मोनिका को ग्वालियर एवं दतिया से अप डाउन करना पड़ता है। क्योंकि शिवपुरी में क्वार्टर मिल नहीं रहे, और सर्किट हाउस हमेशा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकियों की वजह से फुल रहता है।