
वीडियो वायरल: गलती मानने की बजाए सिविल सर्जन ने घटना का किया खंडन
शिवपुरी। जिला अस्पताल शिवपुरी में इलाज कराने आई एक महिला के साथ गुरुवार को ड्यूटी नर्सों ने मारपीट कर धक्के देकर बाहर कर दिया। इतना ही नहीं, महिलाएं के हाथ में लगा ब्रेनुला भी खींच दिया, जिससे खून बहने लगा। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बावजूद हर बार की तरह सिविल सर्जन ने अपने स्टाफ को बचाते हुए, इस खबर का खंडन ही जारी कर दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि जिला जनसंपर्क विभाग भी खबर का खंडन भेजने से पहले कोई तथ्य नहीं मांगता।
शिवपुरी जिला अस्पताल हो या मेडिकल कॉलेज, सभी जगह मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। ऐसी ही घटना बीते 15 मई को हुई, जिसमें साइंस कॉलेज के सामने रहने वाली सानिया अपना इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती किया गया। महिला के हाथ में ब्रेनुला लगाकर इंजेक्शन लगा दिया। जब काफी देर तक सानिया को बोतल नहीं लगाई, तो उसने ड्यूटी नर्स से बोतल लगाने को कह दिया। बस यही उसकी गलती थी, जिसे सुनकर ड्यूटी नर्स ने मरीज के साथ अभद्रता करते हुए उसे धक्का देकर भगाने की बात कही। इतना ही नहीं, जब महिला ने अपने साथ हो रही अभद्रता की रिकॉर्डिंग करने के लिए मोबाइल निकाला, तो उसे भी छीन लिया गया। महिला मरीज सानिया को नर्सों ने धक्के देकर वार्ड से बाहर निकाल दिया, तथा उसके हाथ में लगे ब्रेनुला को झटके से खींचा, तो उसके हाथ से खून निकलने लगा।
पीड़ित महिला ने जिला अस्पताल स्टाफ के खिलाफ वीडियो सहित शिकायती आवेदन पुलिस को दिया, तो आनन्-फानन में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन बचनलाल यादव ने इस घटना को झुठलाने के लिए एक खंडन जारी कर दिया। यह खंडन पीआरओ जिला प्रशासन और सीएमएचओ कार्यालय से भी जारी किया गया।
