
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने गिनाए 7 टाइगर,जो अभी नहीं आया, उसे भी गिना, सीएम से मांगी मदद
सीएम ने भी बिना देर किए, सभी प्रस्तावों पर स्वीकृति देकर की मदद की घोषणा
शिवपुरी। कैलाशवासी माधवराव सिंधिया के जन्मदिन पर 10 मार्च सोमवार को शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को न केवल प्रदेश का 9वा टाइगर रिजर्व घोषित किया, बल्कि एम मादा टाइगर भी छोड़ी गई। इस मौके पर मीडिया को ब्रीफ करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कूनो से शिवपुरी तक सैलानियों की लिंक जुड़ने की बात तो कही, लेकिन यह नहीं बताया कि सैलानी आएंगे कैसे। इतना ही नहीं सिंधिया ने पार्क में टाइगरों की संख्या 7 बताई, यानि जो नर टाइगर अभी आया नहीं उसे भी जोड़ लिया। इस मौके पर सिंधिया ने शिवपुरी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मदद मांगी, तो उन्होंने उनकी सभी मांग स्वीकृत करते हुए अनुदान देने की घोषणा भी कर दी।
माधव नेशनल पार्क में 2 मादा एवं एक नर टाइगर दो साल पूर्व आज के दिन ही नेशनल पार्क में छोड़े गए थे। इनमें से एक मादा ने दो शावकों को जन्म दिया, तो इनकी संख्या 5 हो गई। आज एक और मादा टाइगर छोड़ने से आंकड़ा 6 तक पहुंच गया। इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि अब सैलानी कूनो में चीते देखकर शिवपुरी में टाइगर देखने आएंगे। इस दौरान वो यह बात भूल गए कि शिवपुरी से श्योपुर तक की सड़क बेहद खस्ताहाल है, और यदि सैलानी अपने वाहनों से शिवपुरी आए, तो वो नेशनल पार्क जाने की बजाए पहले वाहन रिपेयरिंग के लिए मेकेनिक की दुकान पर जाएंगे।
महाराज ने मांगी सीएम से मदद
ग्वालियर रियासत के राजा कहलवाने वाले महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री से शिवपुरी में मौजूद उनके पूर्वजों के स्थानों का जीर्णोद्धार करने के लिए मदद मांगी। जिसमें सेलिंग क्लब, बारादरी सहित अन्य स्थानों के बारे में कहा। जिस पर सीएम ने बिना देर किए सभी कार्यों के लिए प्रदेश सरकार से राशि दिए जाने की घोषणा भी मौके पर ही कर दी।
… स्थानीय मीडिया को रखा दूर
माधव नेशनल पार्क में मादा टाइगर छोड़ने आने से पूर्व ही बाहर की मीडिया पार्क में बुलाई जा चुकी थी, जिसे संपूर्ण सुविधा उपलब्ध कराई, जबकि स्थानीय मीडिया को पहले तो गेट पर रोका, और फिर पैदल सेलिंग क्लब तक जाने की परमीशन दी गई। टाइगर छोड़ते समय भी स्थानीय मीडिया को सेलिंग क्लब पर ही रोके रखा, और बाद में सिर्फ ब्रीफिंग (अपनी बात कहकर) देकर चलता कर दिया। ना तो स्थानीय मीडिया से कोई बात की, और ना ही कोई सवाल-जवाब। जब आयातित मीडिया से ही पूरा काम करवाना था, तो स्थानीय मीडिया का समय बर्बाद क्यों किया..??
