
इलाज ना मिलने से नाराज मरीज चुरा ले गया अस्पताल का एमएलसी रजिस्टर लापरवाह करेरा अस्पताल प्रबंधन, 4 दिन बाद रजिस्टर चोरी का चला पता, मामला थाने पहुंचा
शिवपुरी। कभी फर्जी एमएलसी तो कभी मरीजोंके साथ मारपीट के लिए चर्चित करेरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से इस बार एमएलसी रजिस्टर ही चोरी हो गया। रजिस्टर की चोरी 24 जून को हुई, लेकिन लापरवाह प्रबंधन की नींद 28 जून को टूटी। आनन फानन में शिकायत पुलिस थाने में की गई। जब अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता चला कि एक मरीज को अस्पताल में इलाज ना मिलने से वो गुस्से में रजिस्टर ही चुराकर ले गया।
गौरतलब है कि करेरा अस्पताल में मरीजों का इलाज करने की बजाए यहां पदस्थ डॉक्टर राजनीति में अधिक व्यस्त रहते हैं। बीते 24 जून को सिरसौद निवासी अभिषेक झा को चोट लगने की वजह से वो करेरा अस्पताल पहुंचा था। राजनीतिक अखाड़ा बने अस्पताल में अभिषेक का इलाज करने के लिए कोई स्टाफ नहीं आया, जबकि वो दर्द की वजह से वो परेशान होकर अस्पताल में जिम्मेदारों को उठाने की कोशिश करता रहा। जब अस्पताल में उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई, तो वो गुस्से।में अस्पताल में रखा एमएलसी उठाकर चला गया। अस्पताल के जिम्मेदारों को भी यह पता तब चला, जब पुलिस थाने में शिकायत के बाद पुलिस की सलाहबुर अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी गई तो पता चला कि एमएलसी रजिस्टर तो 24 जून की रात को ही गायब हो गया। चूंकि 28 जून को अस्पताल प्रबंधन ने थाने में शिकायत की थी, तो अब पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई। इस पूरे मामले में करेरा अस्पताल में चल रही मनमानी और लापरवाही भी उजागर हुई है।
ट्रांसफर के 12 दिन बाद भी डटे डॉ. खरे
करेरा अस्पताल में मरीजों को इलाज भले ही नहीं मिल रहा, लेकिन डॉक्टरों की नेतागिरी पूरी चल रही है। अस्पताल में पदस्थ बहुचर्चित डॉक्टर देवेंद्र खरे का ट्रांसफर हुए 12 दिन गुजर गए, लेकिन डॉक्टर को अभी तक रिलीव नहीं किया गया। जबकि ट्रांसफर आदेश में 7 दिन के अंदर ज्वाइनिंग देनी थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस मामले में सीएमएचओ और बीएमओ खुद को बचाने के लिए पल्ला झाड़ रहे हैं।

करेरा अस्पताल से एमएलसी रजिस्टर उठाता मरीज युवक






